रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव
मास्को:
रूस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने कहा कि उसके एक लड़ाकू विमान को अंकारा द्वारा मार गिराए जाने के बाद तुर्की के खिलाफ जवाबी आर्थिक उपायों की तैयारी की जा रही है।
वहीं, तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोगलु संकल्प लिया है कि सीरियाई सीमा पर रूसी लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने को लेकर अंकारा माफी नहीं मांगेगा। उन्होंने कहा, 'जिस मौके पर हम सही हैं, उस पर हमें माफी मांगने की जरूरत नहीं है।' हालांकि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्जेई लावरोव के साथ टेलीफोन पर हुई बात का हवाला देते हुए कहा, 'हमने (बुधवार को) फोन पर कहा था कि हमें खेद है।'
वहीं मेदवेदेव ने कैबिनेट बैठक के बारे में टीवी पर टिप्पणियों में कहा, 'सरकार ने आर्थिक और मानवीय क्षेत्रों में इस हरकत के प्रति जवाबी प्रणाली के उपायों पर काम किया है।' उन्होंने कहा कि संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं, वित्तीय एवं व्यापार आदान प्रदान को रोकने तथा सीमा शुल्क करों को बदलने सहित रूसी कानून के तहत व्यापक दंडात्मक कदम शामिल हो सकते हैं।
मेदवेदेव ने कहा कि पर्यटन एवं परिवहन क्षेत्रों, श्रम बाजारों और मनवीय संबंधों को निशाना बनाने के लिए भी कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद इन उपायों को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मंजूरी के लिए पेश किया जा सकता है।
मेदवेदेव ने कहा, 'इन दस्तावेजों में ध्यान रूस में काम कर रहे तुर्क आर्थिक ढांचों की अर्थिक गतिविधियों को सीमित या प्रतिबंधित करने, खाद्य उत्पाद सहित उत्पादों की आपूर्ति को सीमित करने और तुर्क कंपनियों के कार्य एवं सेवाओं के प्रावधान को सीमित करने तथा दूसरे प्रतिबंधात्मक उपायों को पेश किया जा सकता है।' उन्होंने सरकारी मंत्रालयों से कहा, 'मैं इन सब चीजों को दो दिनों की अवधि में करने का प्रस्ताव करता हूं ताकि हम जल्द से जल्द उपयुक्त प्रक्रिया तय करने की ओर बढ़ सकें।'
गौरतलब है कि मंगलवार को सीरिया की सीमा पर एक रूसी लड़ाकू विमान को तुर्की द्वारा मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों में तनाव पैदा हो गया है।
वहीं, तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोगलु संकल्प लिया है कि सीरियाई सीमा पर रूसी लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने को लेकर अंकारा माफी नहीं मांगेगा। उन्होंने कहा, 'जिस मौके पर हम सही हैं, उस पर हमें माफी मांगने की जरूरत नहीं है।' हालांकि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्जेई लावरोव के साथ टेलीफोन पर हुई बात का हवाला देते हुए कहा, 'हमने (बुधवार को) फोन पर कहा था कि हमें खेद है।'
वहीं मेदवेदेव ने कैबिनेट बैठक के बारे में टीवी पर टिप्पणियों में कहा, 'सरकार ने आर्थिक और मानवीय क्षेत्रों में इस हरकत के प्रति जवाबी प्रणाली के उपायों पर काम किया है।' उन्होंने कहा कि संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं, वित्तीय एवं व्यापार आदान प्रदान को रोकने तथा सीमा शुल्क करों को बदलने सहित रूसी कानून के तहत व्यापक दंडात्मक कदम शामिल हो सकते हैं।
मेदवेदेव ने कहा कि पर्यटन एवं परिवहन क्षेत्रों, श्रम बाजारों और मनवीय संबंधों को निशाना बनाने के लिए भी कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद इन उपायों को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मंजूरी के लिए पेश किया जा सकता है।
मेदवेदेव ने कहा, 'इन दस्तावेजों में ध्यान रूस में काम कर रहे तुर्क आर्थिक ढांचों की अर्थिक गतिविधियों को सीमित या प्रतिबंधित करने, खाद्य उत्पाद सहित उत्पादों की आपूर्ति को सीमित करने और तुर्क कंपनियों के कार्य एवं सेवाओं के प्रावधान को सीमित करने तथा दूसरे प्रतिबंधात्मक उपायों को पेश किया जा सकता है।' उन्होंने सरकारी मंत्रालयों से कहा, 'मैं इन सब चीजों को दो दिनों की अवधि में करने का प्रस्ताव करता हूं ताकि हम जल्द से जल्द उपयुक्त प्रक्रिया तय करने की ओर बढ़ सकें।'
गौरतलब है कि मंगलवार को सीरिया की सीमा पर एक रूसी लड़ाकू विमान को तुर्की द्वारा मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों में तनाव पैदा हो गया है।
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