
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक की.
- बैठक के बाद ट्रंप ने पुतिन को फोन किया और बाद में बताया कि मैंने जेलेंस्की-पुतिन समिट की तैयारी शुरू कर दी.
- ट्रंप ने कहा कि इसके बाद एक त्रिपक्षीय बैठक होगी, जिसमें जेलेंस्की और पुतिन के साथ मैं भी शामिल रहूंगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय देशों के प्रमुखों से मुलाकात की. बैठक के तुरंत बाद ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को फोन किया. सूत्रों के मुताबिक, पुतिन ने ट्रंप से कहा कि वह जेलेंस्की से मिलने के लिए तैयार हैं. इससे उत्साहित ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पुतिन-जेलेंस्की शिखर सम्मेलन की तैयारियां शुरू कर दी हैं. साथ ही कहा कि इसके बाद एक त्रिपक्षीय बैठक भी होगी, जिसमें वह भी शामिल होंगे. उधर, जेलेंस्की ने इसका स्वागत किया और कहा कि वे युद्ध को समाप्त करने के लिए पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार हैं.
- पुतिन तैयार, ट्रंप ने शुरू की तैयारी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की. इसके बाद ट्रंप ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय शांति वार्ता की तैयारी शुरू कर दी है और जिसके बाद वह खुद भी इसमें शामिल होंगे और त्रि-पक्षीय वार्ता होगी. व्हाइट हाउस में जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं की मेजबानी के बाद ट्रंप ने कहा, "बैठकों के समापन पर मैंने राष्ट्रपति पुतिन को फोन किया और राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच एक निर्धारित स्थान पर बैठक की व्यवस्था शुरू कर दी है." साथ ही कहा, "उस बैठक के बाद, हम एक त्रि-स्तरीय बैठक करेंगे, जिसमें दोनों राष्ट्रपति और मैं शामिल होंगे."
- रूस ने बातचीत को बताया रचनात्मक: रूस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सोमवार को "स्पष्ट और बेहद रचनात्मक फोन कॉल" हुई. पुतिन के विदेश नीति सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि करीब 40 मिनट की इस बातचीत के दौरान ट्रंप ने पुतिन को यूरोपीय नेताओं के साथ अपनी बातचीत की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रूसी नेता ने "रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच सीधी बातचीत के लिए समर्थन व्यक्त किया." उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की कि पुतिन द्विपक्षीय या त्रिपक्षीय बैठक के लिए सहमत हुए हैं या नहीं. हालांकि व्हाइट हाउस में बातचीत से परिचित एक सूत्र ने कहा कि पुतिन ने ट्रंप से कहा कि वह जेलेंस्की से मिलने के लिए तैयार हैं.
- जेलेंस्की भी वार्ता के लिए तैयार: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमर जेलेंस्की ने कहा कि वे युद्ध को समाप्त करने के लिए पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार हैं. इससे पहले, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि सोमवार को ट्रंप के साथ उनकी "बहुत अच्छी बातचीत" हुई. उन्होंने सुरक्षा गारंटी और मानवीय चिंताओं पर चर्चा की. इस दौरान जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें ट्रंप और पुतिन के साथ त्रिपक्षीय बैठक में शामिल होने में खुशी होगी. ट्रंप, जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के बीच बंद कमरे में भी बैठक हुई.
- 10 दिन में सुरक्षा गांरटी को औपचारिक रूप: जेलेंस्की ने कहा कि अगर रूस के साथ शांति समझौता हो जाता है तो उनके देश के सहयोगी सुरक्षा गारंटी की रूपरेखा तैयार करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के बाद व्हाइट हाउस के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा, "सुरक्षा गारंटी पर फैसला शायद हमारे सहयोगी करेंगे और इसमें और भी विवरण शामिल होंगे." जेलेंस्की ने आगे कहा कि इन योजनाओं को "अगले हफ्ते या दस दिनों में किसी न किसी तरह औपचारिक रूप दिया जाएगा." उधर, डोनाल्ड ट्रंप से यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि वह यूक्रेन को बहुत अच्छी सुरक्षा देंगे. यह एक प्रमुख मांग है जो यूक्रेन के राष्ट्रपति रूस के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते के बदले में मांग रहे हैं.
- अमेरिकी भेजेगा अपने सैनिक?: ट्रंप ने रूस के साथ संभावित शांति समझौते की सुरक्षा गारंटी के तहत यूक्रेन में अमेरिकी सैनिक भेजने की संभावना से इनकार नहीं किया है. यूक्रेन में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हम आपको इसकी जानकारी देंगे, शायद आज बाद में."जब उनसे शांति समझौते के तहत अमेरिकी शांति सैनिकों को भेजने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका यूक्रेन और रूस के साथ मिलकर यूक्रेन में दीर्घकालिक शांति सुनिश्चित करेगा.
- यूरोप की होगी अग्रणी भूमिका: डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा कि शांति सुनिश्चित करने में यूरोप अग्रणी भूमिका निभाएगा, लेकिन अमेरिका भी इसमें शामिल होगा. सीएनएन के हवाले से ट्रंप ने कहा, "वे रक्षा की पहली पंक्ति हैं, क्योंकि वे वहीं हैं, यूरोप. लेकिन हम उनकी मदद करेंगे. साथ ही, हम इसमें शामिल भी होंगे."
- रूस को जमीन सौंपने पर क्या बोले जेलेंस्की?: इस बीच, "नक्शों को फिर से बनाने" या रूस को जमीन सौंपने के बारे में पूछे जाने पर जेलेंस्की ने कूटनीति के जरिए युद्ध और रूस की आक्रामकता को रोकने की जरूरत पर जोर दिया. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सोमवार की वार्ता से पहले रूस के लगातार हमलों पर प्रकाश डाला. वहीं ट्रंप ने इससे इनकार किया कि इस संघर्ष में यूक्रेन या रूस के पास "अधिकार" हैं.
- ट्रंप बोले- शांति हासिल करना हमारे हाथ में है: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं से कहा कि अलास्का शिखर सम्मेलन ने मुझे यह एहसास दिलाया कि मुश्किल होते हुए भी शांति हासिल करना हमारे हाथ में है. एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम के रूप में, राष्ट्रपति पुतिन इस बात पर सहमत हुए कि रूस यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी स्वीकार करेगा और यह उन प्रमुख बिंदुओं में से एक है जिन पर हमें विचार करने की आवश्यकता है.
- पुतिन पर भरोसे का संकट: फिनलैंड के राष्ट्रपति ने वाशिंगटन में कहा कि उनके रूसी समकक्ष भरोसेमंद नहीं हैं. उन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति, यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष और यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक के बाद यह बात कही. फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने पत्रकारों से कहा, "पुतिन पर भरोसा करना मुश्किल है. अब यह देखना बाकी है कि क्या उनमें इस तरह की बैठक में आने का साहस है. क्या उनमें त्रिपक्षीय बैठक में आने का साहस है या वे एक बार फिर समय से खेल रहे हैं?"
- मैक्रों का चार पक्षीय बैठक का आह्वान: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोपीय देशों के साथ चार-पक्षीय बैठक का आह्वान किया. मैक्रों ने व्हाइट हाउस में कहा, "मुझे लगता है कि आगे की कार्रवाई के तौर पर हमें संभवतः एक चार-पक्षीय बैठक की आवश्यकता होगी, क्योंकि जब हम सुरक्षा गारंटी की बात करते हैं तो हम पूरे यूरोपीय महाद्वीप की सुरक्षा की बात करते हैं." उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि मुझे लगता है कि आज का दिन हाल के वर्षों में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन के रूप में देखा जाएगा. वहीं इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण दिन है, एक नया दौर है. अब कुछ बदल रहा है, कुछ बदल गया है.

बिना समझौते के खत्म हो गई थी बातचीत
अलास्का में शुक्रवार को ट्रंप और पुतिन की बातचीत बिना किसी युद्धविराम समझौते के समाप्त हो गई थी. इसके बाद अमेरिका में अब ये बैठकें हो रही हैं. ट्रंप और पुतिन ने अपनी बातचीत के बारे में बहुत कम जानकारी दी. हालांकि ट्रंप ने शनिवार को ट्रुथ सोशल पर कहा कि वह अब युद्ध को समाप्त करने के लिए "केवल युद्धविराम नहीं, बल्कि" एक "शांति समझौते" का आह्वान कर रहे हैं.
एक प्रमुख अमेरिकी अखबार के अनुसार, रूसी विदेश मंत्रालय ने सुरक्षा गारंटी के तहत यूक्रेन में नाटो सैनिकों की तैनाती को मंजूरी नहीं दी है. नाटो सदस्यों ने यूक्रेन को हथियार और प्रशिक्षण सहायता प्रदान किया है, लेकिन देश के भीतर सैनिकों की तैनाती नहीं की है. यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं है.

पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप के तेवर नरम
शुक्रवार को हुई मुलाकात के बाद ट्रंप ने पुतिन के प्रति अपने तेवर नरम कर लिए और युद्धविराम के बजाय युद्ध समाप्त करने की पुतिन की इच्छा का समर्थन किया. ट्रंप ने पुतिन द्वारा युद्ध समाप्त न करने पर "गंभीर परिणाम" भुगतने के अपने वादे से भी पीछे हटते हुए फॉक्स न्यूज से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि प्रतिबंध आवश्यक हैं.
ट्रम्प की जेलेंस्की के साथ यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब पिछली बार ओवल ऑफिस में यूक्रेन के नेता जेलेंस्की के साथ डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसमें जेलेंस्की ने उन पर अमेरिकी समर्थन के प्रति कृतघ्न होने और ट्रंप के प्रति "अनादरपूर्ण" होने का आरोप लगाया था.
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