ऑस्ट्रेलिया स्थित साइबर सुरक्षा कंपनी इंटरनेट 2.0 की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन (China) के हुबेई प्रांत में PCR (Polymerase chain reaction) टेस्टिंग किट की खरीद COVID-19 मामले की पहली आधिकारिक रिपोर्ट आने से पहले ही बढ़ा दी गई थी.
रिपोर्ट के अनुसार, निक्केई एशिया ने बताया कि 2019 के दौरान हुबेई प्रांत में पीसीआर परीक्षणों पर लगभग 67.4 मिलियन युआन (मौजूदा दरों पर 10.5 मिलियन डॉलर) खर्च किए गए थे, जो मई में शुरू होने वाले उछाल के साथ 2018 के कुल परीक्षण से लगभग दोगुना है.
इंटरनेट 2.0 का हवाला देते हुए, प्रकाशन ने कहा कि डेटा एक वेबसाइट से एकत्रित किया गया है और उसका विश्लेषण किया गया है, जो चीन में सार्वजनिक खरीद की बोलियों पर जानकारी एकत्र करता है. निक्की एशिया के अनुसार, इस डेटा विश्लेषण टीम में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों की खुफिया एजेंसियों के पूर्व अधिकारी शामिल हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीसीआर टेस्ट के आदेश विश्वविद्यालयों से दोगुने हो गए, जबकि चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र में यह पांच गुना बढ़ गए और पशु परीक्षण ब्यूरो में यह दस गुना बढ़ गए. हालांकि, उस दौरान अस्पतालों से खरीदारी में 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.
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प्रकाशन के अनुसार, मासिक खरीद डेटा मई में विशेष रूप से सीडीसी खरीदारों और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से ऑर्डर में इजाफा दिखाता है. रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारा मानना है कि मई में बढ़ा हुआ ये खर्च संभावित संक्रमण के जल्द से जल्द शुरू होने की तारीख बताता है."
रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई से अक्टूबर तक, विशेष रूप से वुहान यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से खरीदारी में तेजी से वृद्धि हुई. संस्था ने 2019 में पीसीआर परीक्षणों पर 8.92 मिलियन युआन खर्च किए, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग आठ गुना ज्यादा है.
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रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय, स्थानीय अस्पतालों और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ, नई बीमारियों के प्रकोप के जवाब में प्रत्यक्ष भूमिका निभाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन समूहों की भागीदारी इस बात का सबूत देती है कि "खरीदारी में वृद्धि 2019 में हुबेई प्रांत में कोविड-19 के उद्भव से जुड़ी हुई थी."
निक्केई एशिया ने आगे बताया. "हम उच्च विश्वास के साथ आंकलन करते हैं कि चीन द्वारा COVID-19 महामारी के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को सूचित करने से बहुत पहले वहां शुरू हुई थी." अमेरिकी मीडिया के अनुसार, WHO चीन के खिलाफ नए सबूतों की तलाश के लिए 20 वैज्ञानिकों की एक टीम को इकट्ठा कर COVID-19 वायरस की उत्पत्ति की जांच को फिर से शुरू करना चाहता है.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, नई जांच WHO की प्रारंभिक जांच के बाद आई है जिसमें पाया गया कि चीनी वैज्ञानिकों द्वारा डेटा वायरस की उत्पत्ति के बारे में दिए गए महत्वपूर्ण सवालों के जवाब अपर्याप्त हैं.
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