नेपाल के साथ संबंधों को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेपाल को एक आधुनिक हल्का हेलीकॉप्टर (एएलएच) सौंपा, जिसका इस्तेमाल सैन्य और असैन्य अभियानों के लिए किया जाएगा।
मोदी ने बुधवार से यहां शुरू हो रहे 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन से पहले नेपाल आर्मी पवेलियन में एक विशेष समारोह में नेपाली प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री सुशील कोइराला को एएलएच मार्क-3 ध्रुव हेलीकॉप्टर सौंपा।
मोदी ने कहा, "यह नेपाल के रक्षा कवच में शामिल होगा।' भारत सरकार ने द्विपक्षीय परामर्श समूह बैठक के तहत हुए समझौते के अनुसार नेपाल को हेलीकॉप्टर सौंपा।
'ध्रुव मार्क-3' हेलीकॉप्टर का निर्माण सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने किया है। यह मूल ध्रुव हेलीकॉप्टर का सबसे आधुनिक संस्करण है और शक्ति इंजनों से युक्त है।
हेलीकॉप्टर को दो पायलट चलाते हैं और इसमें 14 यात्रियों को ले जाने की क्षमता होती है। भारतीय सेना ने 1992 में हेलीकॉप्टर का पहला परीक्षण किया था और सेना ने 2012 से इसका इस्तेमाल शुरू किया। यह आसमान में आराम से 20,000 फुट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।
हेलीकॉप्टर की कीमत 60 से 80 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है। फिलहाल इसका निर्यात मालदीव और इक्वाडोर समेत कम से कम तीन अन्य देशों को किया जाता है।
नेपाली सेना ने एक बयान में कहा, 'भारत नेपाल सेना को सैन्य प्रशिक्षण और भौतिक उपकरण प्रदान कर रहा है। भेंट किया गया हेलीकॉप्टर निश्चित रूप से नेपाली सेना के मानवीय सहायता कार्यक्रमों और प्राकृतिक आपदा राहत कार्यक्रम को मजबूत करेगा।'
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