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This Article is From Jun 21, 2023

मानवाधिकार को लेकर पीएम मोदी से किसी तरह की विस्तृत चर्चा नहीं करेंगे राष्ट्रपति बाइडेन : व्हाइट हाउस

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि आखिरकार, भारत में राजनीति और लोकतांत्रिक संस्थानों का सवाल भारत के भीतर भारतीयों द्वारा ही निर्धारित किया जा रहा है. इसे अमेरिका निर्धारित नहीं करने वाला है.

मानवाधिकार को लेकर पीएम मोदी से किसी तरह की विस्तृत चर्चा नहीं करेंगे राष्ट्रपति बाइडेन : व्हाइट हाउस
जो बाइडेन और पीएम मोदी के बीच कई मुद्दों पर होगी चर्चा
नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को दो दिन की बातचीत को लेकर पीएम मोदी का स्वागत किया. मानवाधिकार को लेकर अमेरिका की चिंताओं के बीच व्हाइट हाउस इस बातचीत को बेहद अहम मान रहा है. हालांकि, ये भी साफ कर दिया गया है कि जो बाइडेन और पीएम मोदी की बैठक के दौरान मानवाधिकार पर किसी तरह की कोई विस्तृत चर्चा नहीं होगी. वाशिंगटन चाहता है कि भारत चीन के लिए एक रणनीतिक प्रतिकार बन जाए, जबकि पीएम मोदी चाह रहे हैं कि भारत का प्रभाव और बढ़े. ऐसा इसलिए भी क्योंकि भारत अब विश्व का सबसे आबादी वाला देश बन चुका है, जिसका विश्व मंच पर प्रभाव है.

पीएम मोदी और बाइडेन के बीच होगी अहम मुद्दों पर बात

पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच होने वाली इस बैठक को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में रक्षा सहयोग और बिक्री, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और माइक्रोन टेक्नोलॉजी और अन्य अमेरिकी कंपनियों द्वारा भारत में निवेश से संबंधित कई तरह के समझौतों की घोषणा की जाएगी. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने संवाददाताओं से कहा कि उम्मीद है कि जो बाइडेन भारत में मौजूदा लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर अपनी चिंताओं से पीएम मोदी को अवगत कराएंगे लेकिन इसे लेकर दोनों के बीच कोई विस्तृत चर्चा नहीं करेंगे. 

रॉयर्टस के मुताबिक सुलिवन ने कहा कि जब अमेरिका प्रेस, धार्मिक या अन्य स्वतंत्रता के लिए चुनौतियों को देखता है तो हम इसे लेकर हम अपने विचारों से अवगत कराते हैं.  उन्होंने कहा कि हम ऐसा तब करते हैं जब हमें किसी मुद्दे पर विस्तृत तौर पर चर्चा नहीं करनी होती है. 

2014 से अब तक ये पीएम मोदी की पहली राजकीय यात्रा है

उन्होंने कहा कि आखिरकार, भारत में राजनीति और लोकतांत्रिक संस्थानों का सवाल भारत के भीतर भारतीयों द्वारा ही निर्धारित किया जा रहा है. इसे अमेरिका निर्धारित नहीं करने वाला है.बता दें कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से पीएम मोदी पांच बार संयुक्त राज्य अमेरिका जा चुके हैं, लेकिन मानवाधिकारों पर अमेरिका की चिंताओं के बावजूद यह यात्रा उनकी पहली राजकीय यात्रा है.

पीएम मोदी से मिल रहे हैं अमेरिकी सीईओ

हालांकि, बाइडेन पर उनके साथी डेमोक्रेट्स का दबाव है कि वे पीएम मोदी के सामने मानवाधिकारों का मामला के उठाएं. पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान अमेरिकी सीईओ उनका गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं. पीएम मोदी के लिए आगामी शुक्रवार को खास रिसेप्शन भी रखा गया है. 

चीन को लेकर भी होगी चर्चा

जो बिडेन और पीएम मोदी दोनों ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और उससे आगे के क्षेत्र में बिजिंग के बढ़ती ताकत को महसूस कर पा रहे हैं.सुलिवन ने कहा कि हालांकि, यह यात्रा चीन के बारे में नहीं है. लेकिन सैन्य क्षेत्र, प्रौद्योगिकी क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र में चीन की भूमिका का सवाल एजेंडे में होगा जरूर. 

जो बाइडेन देंगे राजकीय भोज

पीएम मोदी बुधवार को फर्स्ट लेडी जिल बिडेन के साथ नेशनल साइंस फाउंडेशन जाएंगे और बुधवार रात व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के साथ राजकीय भोज में भी शामिल होंगे. पीएम मोदी का गुरुवार को व्हाइट हाउस साउथ लॉन में रंगारंग आगमन समारोह के साथ  स्वागत किया जाएगा. जो बिडेन और पीएम मोदी ओवल ऑफिस में बातचीत करेंगे और गुरुवार रात पीएम मोदी के सम्मान में राजकीय रात्रिभोज में शामिल होंगे. हालांकि, इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और जो बाइडेन के साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की कोई योजना नहीं है. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस विषय पर अभी भी चीजें तय होनी हैं.

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