मलेशिया के लापता विमान की खोज में लगे एक ऑस्ट्रेलियाई नौसैन्य पोत को पानी के नीचे विमान के ब्लैक बॉक्स से मेल खाते नए सिग्नल मिले हैं और अधिकारियों का कहना है कि ये नए सिग्नल तकरीबन एक महीने से जारी विमान के रहस्य को सुलझाने की दिशा में अब तक का सबसे कारगर सुराग है।
लापता मलेशियाई विमान की खोज का नेतृत्व कर रहे संयुक्त एजेंसी समन्वय केंद्र (जेएसीसी) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल (रिटायर्ड) एंगस ह्यूस्टन ने बताया कि बोइंग विमान एमएच370 की तलाश में लगे ऑस्ट्रेलियाई सेना के पोत ‘ओशन शील्ड’ को ये सिग्नल दो बार मिले। ये सिग्नल किसी विमान के ब्लैक बॉक्स से निकलने वाले संकेत जैसे हैं। इनमें से एक बार सिग्नल हिंद महासागर में दो घंटे से अधिक समय तक मिले।
ह्यूस्टन ने कहा कि अब तक के खोज अभियान में यह अभी तक का सबसे कारगर सुराग है, यह संभवत: हमें मिली सर्वश्रेष्ठ सूचना है। उन्होंने कहा कि पहले से तय खोज अभियान क्षेत्र के उत्तरी भाग में दो अलग अलग बार सिग्नल मिले। पहली बार ये सिग्नल करीब दो घंटे और 20 मिनट के लिए प्राप्त हुए। इसके बाद पोत का संपर्क टूट गया।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र से लौटते वक्त करीब 13 मिनट के लिए दूसरी बार सिग्नल मिले। इस मौके पर, दो अलग अलग तरह की आवाजें साफ सुनाई दे रही थीं।
ह्यूस्टन ने कहा, 'हमें एक स्क्रीन पर दृश्य संकेत मिले हैं, और हमें श्रवणीय सिग्नल मिले हैं। और श्रवणीय सिग्नल मुझे किसी आपात ‘लोकेटर बीकन’ की तरह लगे हैं।' हालांकि अधिकारियों को इस बात की पुष्टि करने में कई दिन लग सकते हैं कि ये सिग्नल आठ मार्च को रडार से गायब हुए विमान से ही आए हैं या नहीं। इस विमान में पांच भारतीयों सहित 239 लोग सवार थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं