पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी नेपाल यात्रा को ऐतिहासिक और उपयोगी बताया है.
काठमांडू:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन की अपनी नेपाल यात्रा को आज ‘ऐतिहासिक’ करार दिया. उन्होंने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ उनकी बातचीत ‘उपयोगी’ रही और उनकी यात्रा से भारत-नेपाल संबंधों को नया बल मिलेगा.
मोदी ने नेपाल की अपनी यात्रा के बाद ट्वीट किया है,‘मेरी नेपाल यात्रा ऐतिहासिक रही. इससे मुझे नेपाल की निराली जनता से संवाद का अवसर मिला. ’
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद मोदी की यह तीसरी नेपाल यात्रा रही. मेजबान प्रधानमंत्री ओली के साथ अपनी वार्ताओं को ‘उपयोगी’ बताते हुए मोदी ने कहा कि उनकी इस यात्रा से भारत-नेपाल संबंधों को नया बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि वे नेपाल के विकास एजेंडे में भारत के मजबूत समर्थन के वादे को दोहराते हैं.
यह भी पढ़ें : नेपाल के विकास के लिए शेरपा की भूमिका निभाएगा भारत : पीएम नरेंद्र मोदी
आज जारी संयुक्त बयान के अनुसार दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस यात्रा से आई तेजी को आगे भी बनाए रखने पर सहमति जताई और अब तक हुए समझौतों व सहमतियों के कार्यान्वयन के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात की. इसके साथ ही दोनों नेताओं ने कृषि, रेल संपर्क व अंतर्देशीय जलमार्ग विकास क्षेत्र में द्विपक्षीय पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन पर सहमति जताई. प्रधानमंत्री ओली की हाल ही की भारत यात्रा के दौरान इस बारे में सहमति बनी थी.
बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को मजबूत बनाते हुए द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने वायु, जल व थल मार्ग के जरिए संपर्क और मजबूत बनाने पर रजामंदी व्यक्त की. द्विपक्षीय बिजली व्यापार समझौते के तहत बिजली क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर भी सहमति बनी.
VIDEO : मोदी ने मुक्तिनाथ में की पूजा
इसके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने ओली को भारत आने का न्यौता दिया. प्रधानमंत्री ओली ने इसे स्वीकार कर लिया. यात्रा की तारीख का फैसला बाद में होगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोदी ने नेपाल की अपनी यात्रा के बाद ट्वीट किया है,‘मेरी नेपाल यात्रा ऐतिहासिक रही. इससे मुझे नेपाल की निराली जनता से संवाद का अवसर मिला. ’
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद मोदी की यह तीसरी नेपाल यात्रा रही. मेजबान प्रधानमंत्री ओली के साथ अपनी वार्ताओं को ‘उपयोगी’ बताते हुए मोदी ने कहा कि उनकी इस यात्रा से भारत-नेपाल संबंधों को नया बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि वे नेपाल के विकास एजेंडे में भारत के मजबूत समर्थन के वादे को दोहराते हैं.
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आज जारी संयुक्त बयान के अनुसार दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस यात्रा से आई तेजी को आगे भी बनाए रखने पर सहमति जताई और अब तक हुए समझौतों व सहमतियों के कार्यान्वयन के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात की. इसके साथ ही दोनों नेताओं ने कृषि, रेल संपर्क व अंतर्देशीय जलमार्ग विकास क्षेत्र में द्विपक्षीय पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन पर सहमति जताई. प्रधानमंत्री ओली की हाल ही की भारत यात्रा के दौरान इस बारे में सहमति बनी थी.
बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को मजबूत बनाते हुए द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने वायु, जल व थल मार्ग के जरिए संपर्क और मजबूत बनाने पर रजामंदी व्यक्त की. द्विपक्षीय बिजली व्यापार समझौते के तहत बिजली क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर भी सहमति बनी.
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इसके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने ओली को भारत आने का न्यौता दिया. प्रधानमंत्री ओली ने इसे स्वीकार कर लिया. यात्रा की तारीख का फैसला बाद में होगा.
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