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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की तीन दिनों की राजकीय यात्रा पर हैं. गुरुवार को पीएम मोदी के दौरे का दूसरा दिन हैं. आज भारत और अमेरिका के बीच कई अहम समझौते हुए. भारत-अमेरिका ने 2024 के लिए संयुक्त अंतरिक्ष यात्री मिशन (Astronaut Mission) की घोषणा की है. वहीं, अब भारतीय लड़ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे. इसके अलावा अमेरिका अपने H1B वीजा प्रॉसेसिंग में भी बदलाव करने वाला है.
भारत और अमेरिका के बीच हुए कौन से समझौते:-
व्हाइट हाउस ने गुरुवार (22 जून) को कहा कि भारत ने अर्टेमिस संधि (Artemis Accords) में शामिल होने का फैसला किया है और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए एक संयुक्त मिशन भेजने पर सहमत हुए हैं.
अमेरिका की GE एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच फाइटर प्लेन के इंजन बनाने का समझौता हो गया है. इसके तहत अब भारतीय लड़ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे. पहले GE इन्हें सप्लाई करती थी. GE ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के समय हुए इस समझौते को ऐतिहासिक बताया है.
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल भारतीय छात्रों को 125,000 वीजा जारी किए हैं. भारतीय छात्र पिछले साल अकेले 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़ा विदेशी छात्र समुदाय बनने के लिए तैयार हैं. वहीं, भारत के साथ राजनयिक संबंधों में एक बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका H1B वीजा प्रॉसेसिंग में भी बदलाव करने वाला है.
पीएम मोदी और यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच मीटिंग के दौरान भारत-अमेरिका के बीच राजनयिक मौजूदगी बढ़ाने पर सहमति बनी है. पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान गुरुवार को जो बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका लोगों के बीच परस्पर संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत के दो शहरों में वाणिज्य दूतावास (Consulate) खोलेगा. भारत सिएटल में कॉन्स्यूलेट (वाणिज्य दूतावास) खोलेगा. जबकि अमेरिका ने अहमदाबाद और बेंगलुरू में कॉन्स्यूलेट खोलने की बात कही है.
चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी (Micron Technology ) ने गुजरात में नया सेमीकंडक्टर चिप प्लांट ( Semiconductor Chip Plant) लगाने का ऐलान किया है. इसपर 2.75 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा. माइक्रोन का भारत में ये पहला निवेश होगा. इस प्लांट को लगाने के लिए माइक्रॉन टेक्नोलॉजी 825 मिलियन डॉलर निवेश करेगी.
न्यूज एजेंसी ANI ने व्हाइट हाउस के हवाले से जानकारी दी है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के साझा बयान में भारत को हथियारबंद ड्रोन बेचे जाने का ऐलान होगा.
इसके अलावा भारत में एलन मस्क ने भी टेस्ला की फैक्ट्री लगाने की बात कही है. बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद एलन मस्क ने कहा था कि वे इस साल के आखिर तक भारत में टेस्ला फैक्ट्री के लिए लोकेशन फाइनल कर लेंगे. उन्होंने स्टारलिंक को भी भारत लाने की उम्मीद जताई. इससे भारत के दूरदराज के गांवों तक इंटरनेट पहुंचाने में मदद मिल सकती है.