
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूके के चेकर्स निवास में ब्रिटिश पीएम स्टारमर से अहम द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
- चेकर्स वह जगह है जहां पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बड़े राजनीतिक निर्णयों और अनौपचारिक मुलाकातों को करते हैं.
- चेकर्स में ही द्वितीय विश्व युद्ध में चर्चिल को पर्ल हार्बर हमले की जानकारी मिली और कई ऐतिहासिक क्षण घटित हुए.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक चेकर्स में स्वागत किया. अपने चौथे दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने चेकर्स में ब्रिटिश समकक्ष से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन हो गए. भारत के लिए एफटीए कई मायनों में अहम है. इसके साथ ही लंदन से 60 किलोमीटर दूर चेकर्स एक बार फिर एक बड़े पल का गवाह बना है. पीएम मोदी जब साल 2015 में ब्रिटेन के दौरे पर गए थे तो उस समय वह चेकर्स में ठहरे थे. तब तत्कालीन ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरुन ने यहीं पर उनके लिए खास डिनर आयोजित किया था. ब्रिटेन की राजनीति में 10 डाउनिंग स्ट्रीट का खास महत्व है. लेकिन चेकर्स वह जगह है जिसने देश के इतिहास को बदलने वाली तारीखों को गढ़ा है.
देश की राजनीति तय करता चेकर्स
विदेश जानकारों की मानें तो 10 डाउनिंग स्ट्रीट अगर ब्रिटेन की राजनीतिक नब्ज है तो चेकर्स वह जगह है जो देश की राजनीति के दरवाजे खोलता है. एक वह जगह जहां फैसले लिए जाते हैं तो दूसरी वह जगह जहां उन फैसलों के बीज बोए जाते हैं. जहां 10 डाउनिंग स्ट्रीट में चर्चिल से लेकर मार्गरेट थैचर और हाल के प्रधानमंत्रियों ने बड़े-बड़े फैसले लिए, वहीं चेकर्स में भी कई अंतरराष्ट्रीय मेहमानों की मेजबानी की गई — जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर रूस के नेता और यूरोपियन यूनियन (ईयू) के प्रमुख तक शामिल हैं.
ब्रिटिश पीएम का वीकेंड रिट्रीट
लंदन से करीब 65 किलोमीटर दूर बकिंघमशायर की हरियाली में बसा है —चेकर्स. यह प्रधानमंत्री का सरकारी ‘वीकेंड रिट्रीट' है यानी यह वह जगह है जहां पर वह परिवार के साथ वक्त बिता सकते हैं या फिर हाई-प्रोफाइल गेस्ट्स को अनौपचारिक तौर पर बुलाकर बड़े फैसलों की बुनियाद रख सकते हैं. चेकर्स को फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के दौरान और उसके बाद एक सांसद और मिनिस्टर सर आर्थर ली ने देश को दान किया था. चेकर्स एस्टेट एक्ट के तहत सन् 1917 ने एक ट्रस्ट बनाया गया. इस एक्ट के तहत ही देश के प्रधानमंत्री को इस हवेली का प्रयोग करने की मंजूरी मिली थी.
बकिंघमशायर काउंटी के डाउनिंग स्ट्रीट से दो घंटे की ड्राइव पर स्थित चेकर्स 20वीं सदी के शुरुआती दौर में डेविड लॉयड जॉर्ज के बाद से हर प्रधानमंत्री का कंट्री रेजीडेंस रहा है. एक सदी से ब्रिटिश सरकार और उसके ड्रामों के केंद्र में रहने के बावजूद, बहुत कम लोगों ने इसे देखा है. ब्रिटेन के एक पूर्व प्रधानमंत्री, हर्बर्ट एस्क्विथ ने कहा था, 'प्रधानमंत्री के पद की तरह ही चेकर्स वह है जो धारक चुनता है और बनाने में सक्षम होता है.'
यहीं पर चर्चिल को हुई पर्ल हार्बर की खबर
चेकर्स के किस्सों में कई मशहूर किस्से शुमार हैं लेकिन विंस्टन चर्चिल और एडोल्फ हिटलर से जुड़ा एक किस्सा आज भी लोगों को याद है. सन् 1940 के दशक में जब ब्रिटेन, जर्मनी के खिलाफ दूसरे विश्व युद्ध में उलझा हुआ था, उस समय चर्चिल प्रधानमंत्री थे और उनका ज्यादातर वक्त चेकर्स में ही बितता था. हालांकि इस युद्ध के दौरान चर्चिल ने चेकर्स को अपने एकांतवास के तौर पर प्रयोग करने से इनकार कर दिया था. वेबसाइट winstonchurchill.hillsdale.edu के अनुसार चर्चिल ने अपनी कुछ सबसे मशहूर रेडियो स्पीच चेकर्स के हॉट्रे रूम में लिखी थीं. 1941 में, जब चर्चिल चेकर्स में अमेरिकी राजदूत के साथ भोजन कर रहे थे तो उसी समय उन्हें पर्ल हार्बर पर हुए सबसे विध्वंसक हमले की जानकारी मिली थी. इस हमले को जापान ने अंजाम दिया था.
शीत युद्ध की शांति का रास्ता
whynow.co.uk के अनुसार ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर ने दिसंबर 1984 में चेकर्स में ही रूस के नेता मिखाइल गोर्बाचेव का स्वागत किया था. इस स्वागत के साथ ही शीत युद्ध का अंत करीब तय माना जाने लगा था. इसके बाद उनके उत्तराधिकारियों, जॉन मेजर और बोरिस येल्तसिन के बीच हुई मीटिंग तो और भी ज्यादा सौहार्दपूर्ण रही. वेबसाइट की मानें तो दोनों नेताओं ने उस मुलाकात में जमकर शराब पी थी.

नेताओं ने पी जमकर शराब
जॉन मेजर की पत्नी नोर्मा मेजर जिन्होंने उस घर के बारे में एक किताब लिखी थी, उन्होंने बताया कि येल्तसिन और उनके साथियों ने जिन की सारी बोतलें खत्म कर दी थीं. साल 2000 में डेजर्ट आइलैंड डिस्क्स को दिए अपने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि रूसी अपने साथ ब्लैक ब्रेड और कोका-कोला की भरपूर सप्लाई लेकर आए थे. जब बोरिस येल्तिसन चेकर्स से गए तो वहां के गार्डन ये स्टिल्टन (एक तरह की चीज) और सेज (जड़ी-बूटी का प्रकार) का एक गुच्छा अपने साथ रूस वापस ले गए.' नोर्मा मेजर ने बताया था कि दोनों के लिए उनका प्यार इस किस्से से साफ झलकता है.

ताकतवर महिलाओं की मौजूदगी
अमेरिका और ब्रिटेन की पुरुष प्रधान राजनीति में चेकर्स ने दुनिया की कुछ ताकतवर महिलाओं की भी मेजबानी है. साल 1989 में मार्गरेट थैचर और बेनजीर भुट्टो की रोज गार्डन में बातचीत करते हुए एक फोटोग्राफ को आज भी एक असाधारण तस्वीर माना जाता है. इसके अलावा एंजेला मर्केल, हिलेरी क्लिंटन और कोंडोलीजा राइस, सभी ने चेकर्स की मेहमाननवाजी का आनंद लिया है. इन नेताओं ने यहां पर ईरान की परमाणु क्षमता जैसे पेचीदा मुद्दों तक को डिस्कस किया है.
डायना और ब्लेयर की आखिरी मुलाकात
चेकर्स में हमेशा राजनीति पर ही चर्चा हुई हो, ऐसा नहीं है. साल 1990 के दशक में तत्कालीन पीएम टोनी ब्लेयर ने प्रिंसेज डायना को डोडी अल फयाद के साथ उनकी रिलेशनशिप को लेकर यहीं पर पहली वॉर्निंग दी थी. जुलाई 1997 में डायना, प्रिंस विलियम के साथ यहां पर मौजूद थीं. विलियम जिस समय ब्लेयर के बच्चों के साथ खेल रहे थे तो उसी समय डायना और टोनी ब्लेयर एक सीक्रेट वॉक पर गए. इसी दौरान ब्लेयर ने डायना को आगाह किया था कि उनका अफेयर ठीक नहीं है. ब्लेयर ने खुद अपनी ऑटोबायोग्राफी में माना था कि वह डायना को पसंद करते थे. चेकर्स के गार्डन में यह ब्लेयर और डायना की आखिरी मुलाकात थी. अगस्त 1997 में एक रोड एक्सीडेंट में डायना की मृत्यु हो गई थी.

चेकर्स में गई थेरेसा मे की कुर्सी
चेकर्स वही जगह है जहां पर 'सीक्रेट ब्रेग्जिट' मीटिंग हुई थी और थेरेसा मे की कैबिनेट में फूट पड़ गई थी. साल 2018 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मे ने चेकर्स में एक सीक्रेट मीटिंग बुलाई जिसमें उन्होंने ब्रेग्जिट की रणनीति तय करने के लिए अपनी कैबिनेट को इनवाइट किया था. यह मीटिंग बाहर से ‘वीकेंड रिट्रीट' की तरह लग रही थी, लेकिन अंदर जबरदस्त खींचतान चल रही थी. उन्होंने सबको फोन और डिवाइस बाहर रखने को कहा ताकि कोई भी बात लीक न हो. लेकिन इसी मीटिंग के बाद दो बड़े मंत्री —तत्कालीन विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन और ब्रेग्जिट सेक्रेटरी डेविड डेविस ने इस्तीफा दे दिया. इस घटना को ब्रिटिश मीडिया ने 'The Chequers Coup' नाम दिया था.
पिछले 100 सालों में इस घर ने सैकड़ों प्रतिष्ठित विश्व नेताओं और सार्वजनिक हस्तियों की मेजबानी की है. इनमें रिचर्ड निक्सन, मिखाइल गोर्बाचेव, रॉबर्ट मुगाबे, व्लादिमीर पुतिन, एंजेला मार्केल, शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप जैसे नाम शामिल हैं. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्टारमर यहां पर होस्ट करने वाले हैं.
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