लंदन:
ब्रिटेन में फोन हैकिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में लंदन के पुलिस प्रमुख पॉल स्टीफेंसन ने इस्तीफा दे दिया है। जबकि ब्रिटिश समाचार पत्र समूह, 'न्यूज इंटरनेशनल' की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रिबेका ब्रूक्स को सोमवार तड़के जमानत पर रिहा कर दिया गया। 'न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' अखबार के पूर्व उपसम्पादक नी वैलिस को लंदन पुलिस का जनसम्पर्क सलाहकार नियुक्त किए जाने के कारण ब्रिटेन के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी स्टीफेंसन की आलोचना हो रही थी। हैकिंग की जांच कर रही पुलिस ने नील से भी पूछताछ की है। स्टीफेंसन ने कहा कि इस घटना से बहुत सबक सीखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपना पद छोड़ रहे हैं लेकिन उनकी साख बरकरार है। उन्होंने कहा कि फोन हैकिंग के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी। बीबीसी के मुताबिक स्टीफेंसन ने कहा, "लंदन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और न्यूज इंटरनेशनल खासतौर से नील वैलिस के साथ सम्बंधों को लेकर लगातार की जा रही अटकलबाजियों और आरोप के कारण मैने यह फैसला लिया है।" स्टीफेंसन को अपनी पत्नी के साथ एक आरामदेह स्वास्थ्य केंद्र में ठहरने के लिए भी सवालों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, ब्रूक्स (43) को फोन हैकिंग की साजिश रचने व भ्रष्टाचार के आरोपों में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। ब्रूक्स 2002-2003 के दौरान समाचार पत्र 'न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' की सम्पादक थीं। उसी दौरान 4,000 फोन हैक किए गए थे। उनमें 13 वर्षीय मिली डाओलर का फोन भी शामिल था, जिसकी हत्या कर दी गई थी। ब्रूक्स ने हैकिंग स्कैंडल के उजागर होने के बाद शुक्रवार को पद से इस्तीफा दे दिया था।
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