इस्लामाबाद:
अमेरिका इस्लामाबाद को रोकी गई 80 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद और उपकरणों को बहाल करने की सोच रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गई। उर्दू समाचार पत्र 'जंग' के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा ने कहा कि अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने रोक हटाने का संकेत दिया है। समाचार पत्र के मुताबिक पाशा ने यह भी कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने वादा किया है कि वाशिंगटन अब पाकिस्तान की सम्प्रभुता का सम्मान करेगा। अपनी एक दिन की अमेरिकी यात्रा के बारे में सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी को जानकारी देते हुए पाशा ने कहा कि उनकी वार्ता से दोनों देशों के बीच अविश्वास का माहौल दूर होगा। पाशा अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी खुफिया एजेंसी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के कार्यवाहक प्रमुख माइकल मॉरेल और वाशिंगटन में प्रमुख कांग्रेस सदस्यों और अधिकारियों से मुलाकात की। ज्ञात हो कि पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी कमांडो कार्रवाई के बाद पाशा की यह पहली अमेरिकी यात्रा है। गत दो मई को इस कार्रवाई में आतंकवादी संगठन अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया गया। अमेरिकी की इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के सम्बंधों में कटुता आ गई है। इस बीच, अमेरिका ने पिछले सप्ताह घोषणा की कि वह पाकिस्तान को दी जाने वाली अपनी 80 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद रोक रहा है। यह राशि पाकिस्तान को दो अरब डॉलर से अधिक दी जाने वाली अमेरिकी सुरक्षा मदद से एक तिहाई अधिक है। अमेरिका ने यह कदम अपने 100 से अधिक अमेरिकी विशेष बल के प्रशिक्षकों को पाकिस्तान से निकाले जाने के बाद उठाया। पाशा ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान में तैनात अपने कर्मियों के बारे में जानकारी देने पर सहमत हो गया है।
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