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PM इमरान ख़ान का अविश्वास प्रस्ताव से आज सामना, कहा- "नहीं दूंगा इस्तीफा, चाहे जो हो जाए", 10 बातें

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) 2018 में सत्ता में आने के बाद अपने सबसे मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं. विपक्षी दलों ने अपने आपसी मतभेदों को दरकिनार करते हुए इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए हाथ मिलाया है और इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Trust Motion) पेश किया है. पाकिस्तान की संसद में आज इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी.

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ऐसी खबर है कि Imran khan के पास अब शक्तिशानी पाकिस्तानी Military का समर्थन नहीं रहा है

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) 2018 में सत्ता में आने के बाद अपने सबसे मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं. विपक्षी दलों ने अपने आपसी मतभेदों को दरकिनार करते हुए इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए हाथ मिलाया है और इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Trust Motion) पेश किया है. पाकिस्तान की संसद में आज इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी.

ये हैं इस बड़ी खबर की 10 अहम बातें: 

  1. इमरान खान (Imran Khan) राजनैतिक तौर से सक्रिय बने रहने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियों का दावा है कि संसद में उनके पास बहुमत नहीं है क्योंकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सरकार के सहयोगियों ने उनका साथ छोड़ दिया है.
  2. विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान खान से इस्तीफा देने के लिए कहा था लेकिन इमरान खान ने मना कर दिया था. बुधवार रात को प्रधानमंत्री दफ्तर से जारी बयान में उन्होंने कहा, " मैं इस्तीफा नहीं दूंगा, चाहे जो जाए." साथ ही उन्होंने जोड़ा कि वो बिना लड़े समर्पण नहीं करेंगे. इमरान खान ने सवाल किया कि वो "बदमाशों" के दबाव में आकर भागेंगे नहीं.
  3. गुरुवार रात को पाकिस्तान की संसद के सचिवालय ने शुक्रवार के सेशन के लिए 15 बिंदु का एजेंडा जारी किया जिसमें अविश्वास प्रस्ताव भी शामिल है.
  4. इमरान खान पर अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन, और दहाई के आंकड़े में आसमान छूती महंगाई के लिए जिम्मेदार होने के आरोप है. इससे पाकिस्तान में असंतोष बढ़ता गया जो अब राजनैतिक संकट में बदल गया है. 
  5. विपक्षी नेताओं के खिलाफ राजनैतिक प्रतिशोध भी इसका एक बड़ा कारण है. विपक्ष के नेताओं में से अधिकतर कभी ना कभी जेल जा चुके हैं और यह भी विपक्ष के एक होने का कारण बना.
  6. खबरों के मुताबिक महंगाई थामने में विफल रहने के कारण इमरान खान की पार्टी के करीब 20 सदस्य उनका साथ छोड़ चुके हैं और वो इमरान खान के खिलाफ  वोट कर सकते हैं. इमरान खान ने अदालत में एक अर्जी डाली है जिसमें उन्होंने पार्टी छोड़ कर जाने वालों पर आजीवन बैन लगाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने अलग होने वालों से फिर से सत्ताधारी पार्टी में लौटने की अपील भी की है.
  7. पाकिस्तान की राष्ट्रीय संसद में कुल 342 सदस्य हैं. इसमें बहुमत का आंकड़ा 172 है. इमरान खान की PTI की गठबंधन वाली सरकार 179 सदस्यों के समर्थन से बनी थी. जिसमें इमरान खान की पार्टी  PTI के 155 सदस्य थे.
  8. सरकार के साथ गठबंधन में शामिल 3 बड़ी सहयोगी पार्टियों ने संकेत दिया था कि वो अविश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष का साथ दे सकते हैं. विपक्ष केपास कुल 163 सीट हैं और वो इमरान खान की सरकार को आसानी से पलट सकती है अगर पीटीआई से अलग हुए सांसद और सरकार के साथ गठबंधन में शामिल सहयोगी इमरान खान के खिलाफ वोट देते हैं. किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अभी तक अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है. 
  9. पाकिस्तान में अगला आम चुनाव 2023 के आखिरी महीनों में होना है लेकिन गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने संकेत दिया था कि राजनैतिक संकट शांत करने के लिए आम चुनाव समय से पहले करवाए जा सकते हैं.  
  10. इमरान खान ने कथित तौर पर पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना के खास भी नहीं रह गए हैं. ऐसा माना जाता है कि इमरान खान को सत्ता में लाने के पीछे सेना का बड़ा हाथ था. पाकिस्तान में सेना का दशकों से नागरिक राजनीति में दखल रहा है. हालांकि इमरान खान और सेना, दोनों की ओर से इन दावों को निराधार बताया गया था.  


 


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