(प्रतीकात्मक तस्वीर)
कराची:
पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने देश की जल सीमा में कथित तौर पर मछली पकड़ने के लिए 55 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया. पीएमएसए के एक प्रवक्ता ने बताया कि चार दिवसीय अभियान (बुधवार से शनिवार के बीच) में पीएमएसए ने मछली पकड़ने वाली नौ भारतीय नौकाएं जब्त कीं हैं. प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय मछुआरों की नौकाएं पकड़ने के लिए स्पीड बोट की तैनाती की गई थी. पाकिस्तान की जल सीमा में अवैध रूप से मछली पकड़ने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया , ‘शुरूआती छानबीन के बाद मछुआरों को डॉक पुलिस के हवाले कर दिया गया.’ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मछुआरों को अब एक न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा.
पाकिस्तान और भारत अक्सर एक दूसरे की जल सीमा में अवैध तौर पर मछली पकड़ने के लिए मछुआरों को गिरफ्तार करता है क्योंकि अरब सागर में समुद्री सीमा साफ तौर पर निर्धारित नहीं है. मछुआरों की नौकाओं में इस तरह की तकनीक नहीं होती है कि वे सचेत हो सकें.
यह भी पढ़ें : चीन के साथ सिक्किम में सीमा पर तनाव के बीच भारतीय जल क्षेत्र में दिखीं चीनी पनडुब्बियां
पाकिस्तान सरकार ने सद्भावना के तौर पर 29 अक्तूबर को मालिर जेल से 68 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था. पाकिस्तान ने कराची में लांधी और मालिर जेलों से दिसंबर 2016 और जनवरी 2017 के बीच 438 भारतीय मछुआरों को रिहा किया.
VIDEO : पाक बोट ने खुद को उड़ाया था : कोस्ट गार्ड ने किया वीडियो जारी
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाकिस्तान और भारत अक्सर एक दूसरे की जल सीमा में अवैध तौर पर मछली पकड़ने के लिए मछुआरों को गिरफ्तार करता है क्योंकि अरब सागर में समुद्री सीमा साफ तौर पर निर्धारित नहीं है. मछुआरों की नौकाओं में इस तरह की तकनीक नहीं होती है कि वे सचेत हो सकें.
यह भी पढ़ें : चीन के साथ सिक्किम में सीमा पर तनाव के बीच भारतीय जल क्षेत्र में दिखीं चीनी पनडुब्बियां
पाकिस्तान सरकार ने सद्भावना के तौर पर 29 अक्तूबर को मालिर जेल से 68 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था. पाकिस्तान ने कराची में लांधी और मालिर जेलों से दिसंबर 2016 और जनवरी 2017 के बीच 438 भारतीय मछुआरों को रिहा किया.
VIDEO : पाक बोट ने खुद को उड़ाया था : कोस्ट गार्ड ने किया वीडियो जारी
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं