इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने देश में लगातार हो रहे ड्रोन हमलों का औपचारिक विरोध दर्ज कराने के लिए मंगलवार को अमेरिकी राजदूत रिचर्ड होगलैंड को सम्मन भेजा है।
विरोध दर्ज कराने की जरूरत तब समझी गई जब सोमवार को उत्तरी वजीरिस्तान में हुए दो ड्रोन हमलों में कम से कम 16 लोग मारे गए। इस इलाके में पिछले तीन दिनों में तीसरी बार हमले किए गए।
ज्ञात हो कि इस वर्ष अब तक 20 ड्रोन हमले किए गए जिनमें कम से कम 151 लोग मारे जा चुके हैं। अमेरिकी सेना का दावा है कि उसने आम नागरिकों को नहीं, बल्कि आतंकवादियों को मार गिराया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, "विदेश मंत्रालय ने आज (मंगलवार) अमेरिकी राजदूत रिचर्ड होगलैंड को बुलावा भेजा है। उन्हें आधिकारिक तौर पर पाकिस्तानी क्षेत्र में ड्रोन हमलों के प्रति सरकार की गम्भीर चिंता से अवगत कराया गया है।"
वहीं अमेरिकी राजदूत ने कहा, "ड्रोन हमलों के जरिए पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दिया जा रहा है कि वह आतंकवादियों को पनाह देना बंद करे।"
विरोध दर्ज कराने की जरूरत तब समझी गई जब सोमवार को उत्तरी वजीरिस्तान में हुए दो ड्रोन हमलों में कम से कम 16 लोग मारे गए। इस इलाके में पिछले तीन दिनों में तीसरी बार हमले किए गए।
ज्ञात हो कि इस वर्ष अब तक 20 ड्रोन हमले किए गए जिनमें कम से कम 151 लोग मारे जा चुके हैं। अमेरिकी सेना का दावा है कि उसने आम नागरिकों को नहीं, बल्कि आतंकवादियों को मार गिराया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, "विदेश मंत्रालय ने आज (मंगलवार) अमेरिकी राजदूत रिचर्ड होगलैंड को बुलावा भेजा है। उन्हें आधिकारिक तौर पर पाकिस्तानी क्षेत्र में ड्रोन हमलों के प्रति सरकार की गम्भीर चिंता से अवगत कराया गया है।"
वहीं अमेरिकी राजदूत ने कहा, "ड्रोन हमलों के जरिए पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दिया जा रहा है कि वह आतंकवादियों को पनाह देना बंद करे।"
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