
- पाकिस्तान और अफगान तालिबान ने कई दिनों से जारी जंग के बाद 48 घंटे के संघर्षविराम पर सहमति जताई है
- इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने काबुल और कंधार में एयरस्ट्राइक कर तालिबान के कई ठिकानों को तबाह करने का दावा किया
- PAK सेना ने माना कि तालिबान के हमलों में उसके 23 सैनिक मारे गए. जवाबी कार्रवाई में 200 से अधिक अफगानी मारे गए
एकदूसरे के खून के प्यासे बने पाकिस्तान और अफगान तालिबान 48 घंटे के संघर्षविराम पर राजी हो गए हैं. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ये संघर्षविराम बुधवार शाम 6 बजे से शुरू हो गया. इससे पहले, दोनों की लड़ाई सीमा पर सैन्य ठिकानों पर हमले से आगे बढ़कर अंदरूनी इलाकों को निशाना बनाने तक पहुंच गई थी. पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान के कई रिहाइशी इलाकों पर हमले किए और काबुल व कंधार में एयरस्ट्राइक कर दी.
पाकिस्तान के सरकारी मीडिया पीटीवी न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तानी फौजों ने अफगानिस्तान के कंधार प्रांत और राजधानी काबुल पर सटीक हमले (precision strikes) किए. सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बयान में दावा किया गया कि पाकिस्तानी सेना ने अफगान तालिबान के कई प्रमुख ठिकानों को तबाह कर दिया. कंधार में इन हमलों में अफगान तालिबान की बटालियन नंबर-4 और बॉर्डर ब्रिगेड नंबर-6 पूरी तरह नष्ट हो गई है. दर्जनों विदेशी और अफगानी गुर्गे मारे गए हैं. राजधानी कंधार तक हमले किए गए.

पाकिस्तानी सेना ने कंधार में अफगान तालिबान के एक कैंपस को तबाह करने का दावा किया है.
इससे पहले, पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने दावा किया था कि सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान सीमा पर अफगान तालिबान के हमले को नाकाम करते हुए करीब 15-20 सदस्यों को मार गिराया है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक हफ्ते के अंदर यह तीसरी बड़ी झड़प है.
पाकिस्तानी सेना ने माना कि सीमा चौकियों पर अफगान तालिबान के हमले में उसके 23 सैनिक मारे गए हैं और 29 घायल हुए हैं. पाकिस्तानी सेना ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि जवाबी कार्रवाई में 200 से ज्यादा तालिबान लड़ाके और आतंकी मारे गए हैं. हालांकि अफगानिस्तान ने 58 पाकिस्तान सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है.
आईएसपीआर ने कहा कि अफगान तालिबान आतंकवादियों ने 14-15 अक्टूबर की रात को कुर्रम में पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें खदेड़ दिया गया। जवाबी कार्रवाई में उन्हें भारी नुकसान पहुंचा. आईएसपीआर ने आठ चौकियों और छह टैंकों के नष्ट होने का दावा करते हुए कहा कि लगभग 25 से 30 हमलावर मारे गए. आईएसपीआर ने कहा कि तालिबान ने अपनी तरफ पाकिस्तान-अफगान मैत्री द्वार को भी नष्ट कर दिया है.
उधर अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक एक्स पोस्ट में पाकिस्तानी सेना पर हल्के और भारी हथियारों से गोलीबारी करके सीमा पर लड़ाई शुरू करने का आरोप लगाया, जिसमें उसके 12 नागरिक मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हो गए. अफगान तालिबान ने एक फुटेज भी जारी किया जिसमें ड्रोन से एक मोर्टार पाकिस्तानी चौकियों को तबाह करते दिख रहा है.
ये जंग पिछले हफ्ते उस समय तेज हो गई थी, जब पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कैंपों को निशाना बनाते हुए सीमा पार से हवाई हमले किए थे. पाकिस्तान अफगान तालिबान पर टीटीपी आतंकवादियों को शरण देने का आरोप लगा रहा है, जो 2021 से सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. इसके जवाब में तालिबान ने सीमा पार बड़ा जवाबी हमला किया, जिसमें 58 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने और 20 सुरक्षा चौकियों को नष्ट करने का दावा किया. कुछ घंटों की शांति रही, लेकिन फिर से हमले शुरू हो गए.
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