
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि उसने द्विपक्षीय मुद्दों को हल करने के लिए ईरान के साथ मिलकर एक संयुक्त सीमा आयोग गठित किया है. इससे एक दिन पहले पाकिस्तान ने ईरान के राजूदत को तलब करके ईरान के इस बयान पर चिंता जताई थी कि वह अपने पड़ोसी देश में आतंकी पनाहगाहों पर हमला करेगा.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने कहा कि बेहतर सीमा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों ने एक आयोग गठित किया है.
आतंकवादियों के साथ संघर्ष में ईरानी सीमा प्रहरी के मरने के कारण से दोनों पड़ोसियों के बीच रिश्तों में तनाव है.
पाकिस्तान ने कल ईरान के सेना प्रमुख के बयान पर चिंता जाहिर करने के लिए पड़ोसी देश के राजदूत को तलब किया था. ईरान के सेना प्रमुख ने कहा था कि जबतक इस्लामाबाद सीमा पार से हमले करने के लिए आतंकवादियों को रोकने के लिए कदम नहीं उठाता है तब तक तेहरान पाकिस्तान में आतंकवादियों की (पनाहगाहों) पर हमला करेगा.
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ईरना ने कल मेजर जनरल मोहम्मद बाकेरी के हवाले से कहा, ‘जब तक पाकिस्तान सरहद को नियंत्रित नहीं करता है, आतंकियों को गिरफ्तार नहीं करता है और उनके अड्डों को बंद नहीं करता है.. तब तक हम उनकी पनाहगाहों और प्रकोष्ठों पर हमला करेगा जहां भी वे हों. ’ अज़ीज़ ने संयुक्त सीमा आयोग की जानकारी मीडिया को देते हुए कहा, ‘ दोनों पक्षों के चार-चार सदस्य इसके सदस्य होंगे और यह जल्द काम करने लगेगा.’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के अलावा, पाकिस्तान-ईरान सरहद पर तस्कर और अन्य तत्व भी मौजूद हैं.
अज़ीज़ ने कहा कि जैश-ए-अदल के सदस्य बड़ी संख्या में सरहद पर ईरान की तरफ मौजूद हैं. यह एक आतंकी संगठन है और हाल में ईरानी गाडरें पर हमले के लिए यही जिम्मेदार है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने कहा कि बेहतर सीमा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों ने एक आयोग गठित किया है.
आतंकवादियों के साथ संघर्ष में ईरानी सीमा प्रहरी के मरने के कारण से दोनों पड़ोसियों के बीच रिश्तों में तनाव है.
पाकिस्तान ने कल ईरान के सेना प्रमुख के बयान पर चिंता जाहिर करने के लिए पड़ोसी देश के राजदूत को तलब किया था. ईरान के सेना प्रमुख ने कहा था कि जबतक इस्लामाबाद सीमा पार से हमले करने के लिए आतंकवादियों को रोकने के लिए कदम नहीं उठाता है तब तक तेहरान पाकिस्तान में आतंकवादियों की (पनाहगाहों) पर हमला करेगा.
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ईरना ने कल मेजर जनरल मोहम्मद बाकेरी के हवाले से कहा, ‘जब तक पाकिस्तान सरहद को नियंत्रित नहीं करता है, आतंकियों को गिरफ्तार नहीं करता है और उनके अड्डों को बंद नहीं करता है.. तब तक हम उनकी पनाहगाहों और प्रकोष्ठों पर हमला करेगा जहां भी वे हों. ’ अज़ीज़ ने संयुक्त सीमा आयोग की जानकारी मीडिया को देते हुए कहा, ‘ दोनों पक्षों के चार-चार सदस्य इसके सदस्य होंगे और यह जल्द काम करने लगेगा.’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के अलावा, पाकिस्तान-ईरान सरहद पर तस्कर और अन्य तत्व भी मौजूद हैं.
अज़ीज़ ने कहा कि जैश-ए-अदल के सदस्य बड़ी संख्या में सरहद पर ईरान की तरफ मौजूद हैं. यह एक आतंकी संगठन है और हाल में ईरानी गाडरें पर हमले के लिए यही जिम्मेदार है.