लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री की पार्टी छोड़ने वाले सैकड़ों असंतुष्ट नेता एकजुट हो गए हैं और अक्टूबर में संभावित आम चुनाव लड़ने के लिए एक नई सेना समर्थित पार्टी का गठन करने को तैयार हैं. चीनी कारोबारी और खान के पुराने मित्र जहांगीर खान तरीन (जेकेटी) उन नेताओं की अगुवाई कर रहे हैं जिन्होंने पिछले महीने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों के मद्देनजर इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी छोड़ दी थी.
पीटीआई के 100 से अधिक वरिष्ठ नेता और जन प्रतिनिधि ने तरीन से हाथ मिला लिया है. तरीन पीटीआई के 120 से अधिक पूर्व नेताओं और जन प्रतिनिधियों के साथ ‘इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी' (आईपीपी) बना सकते हैं. सैन्य प्रतिष्ठान का पूर्ण समर्थन होने के कारण इस नयी पार्टी को खान और राजनीतिक विश्लेषक ‘राजा की पार्टी' करार दे रहे हैं.
पीटीआई की पूर्व नेता फिरदौस आशिक अवान ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि आज खान और उनकी पार्टी जिस तरह के हालात का सामना कर रहे हैं, उसके लिए वह खुद जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम नये मंच के तहत मुख्यधाराओं के दलों पीएमएलएन और पीपीपी के खिलाफ सियासत करेंगे क्योंकि पीटीआई अतीत की बात हो गयी है.''
गत नौ मई की हिंसा के मद्देनजर पीटीआई छोड़ने वाले कुछ नेताओं ने पहले राजनीति से ‘अस्थायी विश्राम' की घोषणा की थी. हालांकि, कुछ सप्ताह बाद ही वे नये राजनीतिक खेमे से जुड़ गये. जेकेटी समूह के मुख्य नेता ऑन चौधरी ने कहा कि तरीन जल्द पार्टी के गठन की औपचारिक घोषणा करेंगे.
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