
इस्लामाबाद:
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर संसद की सदस्यता निलम्बित किए जाने के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें अब प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी का सलाहकार नियुक्त किया गया है।
समाचार चैनल जियो न्यूज के अनुसार, मलिक को मंगलवार को प्रधानमंत्री का आंतरिक सुरक्षा मामलों का सलाहकार नियुक्त किया गया लेकिन पूर्व गृह मंत्री ने 'डॉन न्यूज' को बताया कि उन्हें अपनी नई नियुक्ति की जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि पड़ोसी देश के सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को मलिक की संसद (सीनेट) की सदस्यता इस आधार पर निलम्बित कर दी थी कि वह दोहरी नागरिकता (ब्रिटेन और पाकिस्तान की) हासिल किए हुए हैं।
मलिक ने सर्वोच्च न्यायालय से कहा था कि उनकी ब्रिटिश नागरिकता जब्त हो चुकी है लेकिन वह इससे सम्बंधित पर्याप्त दस्तावेज अदालत को उपलब्ध नहीं करा सकते। उन्होंने डॉन न्यूज से कहा कि उन्होंने गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि वह किसी अदालती विवाद में पड़ना नहीं चाहते।
मलिक ने अपने आवास और कार से पाकिस्तान के झंडे भी उतरवा दिए हैं।
यूके बोर्डर एजेंसी (यूकेबीए) के दस्तावेजों से पता चला है कि पूर्व मंत्री ने ब्रिटिश नागरिकता लौटा दी थी।
यूकेबीए ने 29 मई को एक पत्र जारी कर मंत्री को सूचना दी थी कि ब्रिटिश नागरिकता वापस लेने की उनकी अर्जी मंजूर हो गई है।
सर्वोच्च न्यायालय दोहरी नागरिकता के आधार पर ही इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स की सांसद फराहनाज इस्पाहानी की नेशनल एसेम्बली की सदस्यता निलम्बित कर चुका है और वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को नोटिस जारी कर चुका है।
समाचार चैनल जियो न्यूज के अनुसार, मलिक को मंगलवार को प्रधानमंत्री का आंतरिक सुरक्षा मामलों का सलाहकार नियुक्त किया गया लेकिन पूर्व गृह मंत्री ने 'डॉन न्यूज' को बताया कि उन्हें अपनी नई नियुक्ति की जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि पड़ोसी देश के सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को मलिक की संसद (सीनेट) की सदस्यता इस आधार पर निलम्बित कर दी थी कि वह दोहरी नागरिकता (ब्रिटेन और पाकिस्तान की) हासिल किए हुए हैं।
मलिक ने सर्वोच्च न्यायालय से कहा था कि उनकी ब्रिटिश नागरिकता जब्त हो चुकी है लेकिन वह इससे सम्बंधित पर्याप्त दस्तावेज अदालत को उपलब्ध नहीं करा सकते। उन्होंने डॉन न्यूज से कहा कि उन्होंने गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि वह किसी अदालती विवाद में पड़ना नहीं चाहते।
मलिक ने अपने आवास और कार से पाकिस्तान के झंडे भी उतरवा दिए हैं।
यूके बोर्डर एजेंसी (यूकेबीए) के दस्तावेजों से पता चला है कि पूर्व मंत्री ने ब्रिटिश नागरिकता लौटा दी थी।
यूकेबीए ने 29 मई को एक पत्र जारी कर मंत्री को सूचना दी थी कि ब्रिटिश नागरिकता वापस लेने की उनकी अर्जी मंजूर हो गई है।
सर्वोच्च न्यायालय दोहरी नागरिकता के आधार पर ही इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स की सांसद फराहनाज इस्पाहानी की नेशनल एसेम्बली की सदस्यता निलम्बित कर चुका है और वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को नोटिस जारी कर चुका है।
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