काहिरा:
ओसामा बिन लादेन के बेटे उमर के मिस्र में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. एयरपोर्ट सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसकी वजह सामने नहीं रखी गई है कि क्यों उमर का नाम उन लोगों की सूची में है जिनके मिस्र में प्रवेश पर प्रतिबंध है.
34 साल के उमर, ओसामा बिन लादेन के बेटे हैं जो अपनी ब्रिटिश पत्नी ज़ायना अल सबाह के साथ दोहा से मिस्र लौट रहे थे लेकिन उन्हें तुर्की ले जाने के लिए कहा गया. गौरतलब है कि यह दंपत्ति 2007 और 2008 के बीच काफी वक्त तक मिस्र में रहे और 2008 में भी उन्हें इसी तरह देश में प्रवेश से रोक दिया गया था. 2001 में उमर ने अपने पिता से लादने से दूरी बना ली थी. इससे पहले 1996 से 2001 तक वह अफगानिस्तान में ही रह रहे थे.
2010 में रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में उमर ने बताया था कि वह सऊदी अरब और ईरान से संपर्क करके अपने भाई बहनों से टूटे रिश्ते को दोबारा जोड़ने की कोशिश में लगे थे. बता दें कि सितंबर, 2001 में अल क़ायदा द्वारा किये गए हमले के बाद अफगानिस्तान में लादने के परिवार में भी काफी उठापटक मच गई थी. उमर ने बताया था कि लादने के बच्चे अच्छे नागरिक बनने की कोशिश में लगे हैं लेकिन उन्हें पिता की कमी और अल क़ायदा के नेता के बच्चे होने का खामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है. उस वक्त हुई बातचीत में उमर ने बताया था कि उनके किसी भी भाई बहन का अल क़ायदा से कोई नहीं नाता नहीं है.
उमर ने कहा था कि 'हम ईरान और सऊदी सरकार से बातचीत कर रहे हैं ताकि मेरी मां के बच्चे और उनके पोते-पोतियों को हमारे साथ रहने की अनुमति मिल सके.' 2011 में ओसामा बिन लादेन को उसके पाकिस्तान स्थित ठिकाने में अमेरिकी कमांडो द्वारा मार गिराया गया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
34 साल के उमर, ओसामा बिन लादेन के बेटे हैं जो अपनी ब्रिटिश पत्नी ज़ायना अल सबाह के साथ दोहा से मिस्र लौट रहे थे लेकिन उन्हें तुर्की ले जाने के लिए कहा गया. गौरतलब है कि यह दंपत्ति 2007 और 2008 के बीच काफी वक्त तक मिस्र में रहे और 2008 में भी उन्हें इसी तरह देश में प्रवेश से रोक दिया गया था. 2001 में उमर ने अपने पिता से लादने से दूरी बना ली थी. इससे पहले 1996 से 2001 तक वह अफगानिस्तान में ही रह रहे थे.
2010 में रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में उमर ने बताया था कि वह सऊदी अरब और ईरान से संपर्क करके अपने भाई बहनों से टूटे रिश्ते को दोबारा जोड़ने की कोशिश में लगे थे. बता दें कि सितंबर, 2001 में अल क़ायदा द्वारा किये गए हमले के बाद अफगानिस्तान में लादने के परिवार में भी काफी उठापटक मच गई थी. उमर ने बताया था कि लादने के बच्चे अच्छे नागरिक बनने की कोशिश में लगे हैं लेकिन उन्हें पिता की कमी और अल क़ायदा के नेता के बच्चे होने का खामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है. उस वक्त हुई बातचीत में उमर ने बताया था कि उनके किसी भी भाई बहन का अल क़ायदा से कोई नहीं नाता नहीं है.
उमर ने कहा था कि 'हम ईरान और सऊदी सरकार से बातचीत कर रहे हैं ताकि मेरी मां के बच्चे और उनके पोते-पोतियों को हमारे साथ रहने की अनुमति मिल सके.' 2011 में ओसामा बिन लादेन को उसके पाकिस्तान स्थित ठिकाने में अमेरिकी कमांडो द्वारा मार गिराया गया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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