बराक ओबामा, फाइल तस्वीर
वॉशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में एक प्रमुख़ मीडिया हाउस के पत्रकार को उस समय डांट दिया जब उस रिपोर्टर ने राष्ट्रपति ओबामा से ईरान के साथ हुए सफल न्यूक्लियर समझौते के दौरान, ईरान के जेल में बंद चार अमेरिकी नागरिकों के बारे में सवाल किया।
इस सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा, 'The notion that I am content as I celebrate with American citizens languishing in Iranian jails, is a nonsense, and you should know better.'
CBS न्यूज़ के पत्रकार मेजर गैरेट ने बराक ओबामा से पूछा कि, 'आपको शायद पता होगा कि कैसे ईरान की जेलों में हमारे तीन नागरिक कैद हैं और चौथा लापता...ऐसे में क्या आप अमेरिका को बता पायेंगे कि आख़िर आप इस डील की सफलता से इतने खुश और संतुष्ट क्यों है। क्या आपने इन चार लोगों की ज़िंदगियों को नज़रअंदाज कर देश की अंतरात्मा को पीछे छोड़ दिया है।'
मेजर गैरट व्हाइट हाउस में लंबे समय से CBS NEWS के हाउस रिपोर्टर के तौर पर काम कर रहे हैं।
मेजर गैरट के इस सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, 'आपकी ये सोच कि मैं ईरान की जेलों में हमारे नागरिकों के कैद होने के बावजूद भी काफी संतुष्ट हूं, बहुत ही बेहूदी बात है और आपको इसके बारे में बेहतर पता होना चाहिए।'
गैरट ने अपने सवाल को आगे ले जाते हुए पूछा, 'पिछले हफ्ते ही ज्वाइंट चीफ़्स स्टाफ के चेयरमैन ने कहा था कि, ईरान को पारंपरिक हथियारों या बैलिस्टिक मिसाईल के मामले में भी कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए। जिस तरह से ये डील हुई उससे ऐसा लगता है कि ये बातचीत के दौरान किया गया अंतिम समय का आत्मसमर्पण है। पेंटागन में मौजूद कई लोगों का मानना है कि आपने ज्वाइंट स्टाफ़ के चेयरमैन को बीच मंझधार में छोड़ दिया, क्या आप इस पर कमेंट कर सकते हैं?'
इसके जवाब में ओबामा ने कहा, 'मेजर आप जिस चालाकी से सवाल करते हैं उसके लिए मुझे आपको बधाई देनी चाहिए। मैं ईरान में क़ैद उन चार लोगों के परिवारों से मिल चुका हूं और इस हालात से कोई भी ख़ुश नहीं है। हमारे राजनयिक और दूसरी टीमें इस दौरान लगातार उन लोगों को वहां से बाहर निकालने के लिए काम कर रहीं हैं।'
ओबामा ने आगे कहा, 'अब सवाल ये है कि आख़िर हमने इस न्यूक्लियर समझौते के दौरान उनकी रिहाई की शर्त क्यों नहीं रखी तो इसके पीछे की लॉजिक को समझें। अगर हम ऐसा करते तो ईरान को लगता कि वो हमसे इन नागरिकों की रिहाई के बदले में और छूट पा सकता है। इससे हमारी मुश्किलें और बढ़ जाती। ईरान फिलहाल ये समझता है कि ये न्यूक्लियर डील पूरी तरह से न्यूक्लियर के मुद्दे पर टिका है किसी और पर नहीं।'
ओबामा के अनुसार, 'अगर हम न्यूक्लीयर डील से ज़रा भी भटकते तो हमारे लिए इन नागरिकों को वहां से निकालना और मुश्किल हो जाता। इसीलिए, इन दोनों मामलों को अलग रखा गया है। लेकिन मैं ये कहना चाहता हूं कि हम हर दिन अपने उन साथियों को उनके परिवारों के साथ मिलाने की कोशिश में लगे हुए हैं।'
ओबामा ने ये भी कहा कि,अमेरिका किसी भी तरह से ईरान के साथ हथियारों या बैलिस्टिक मिसाईल के मुद्दे पर नरमी नहीं बरत रहा है।
इस सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा, 'The notion that I am content as I celebrate with American citizens languishing in Iranian jails, is a nonsense, and you should know better.'
CBS न्यूज़ के पत्रकार मेजर गैरेट ने बराक ओबामा से पूछा कि, 'आपको शायद पता होगा कि कैसे ईरान की जेलों में हमारे तीन नागरिक कैद हैं और चौथा लापता...ऐसे में क्या आप अमेरिका को बता पायेंगे कि आख़िर आप इस डील की सफलता से इतने खुश और संतुष्ट क्यों है। क्या आपने इन चार लोगों की ज़िंदगियों को नज़रअंदाज कर देश की अंतरात्मा को पीछे छोड़ दिया है।'
मेजर गैरट व्हाइट हाउस में लंबे समय से CBS NEWS के हाउस रिपोर्टर के तौर पर काम कर रहे हैं।
मेजर गैरट के इस सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, 'आपकी ये सोच कि मैं ईरान की जेलों में हमारे नागरिकों के कैद होने के बावजूद भी काफी संतुष्ट हूं, बहुत ही बेहूदी बात है और आपको इसके बारे में बेहतर पता होना चाहिए।'
गैरट ने अपने सवाल को आगे ले जाते हुए पूछा, 'पिछले हफ्ते ही ज्वाइंट चीफ़्स स्टाफ के चेयरमैन ने कहा था कि, ईरान को पारंपरिक हथियारों या बैलिस्टिक मिसाईल के मामले में भी कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए। जिस तरह से ये डील हुई उससे ऐसा लगता है कि ये बातचीत के दौरान किया गया अंतिम समय का आत्मसमर्पण है। पेंटागन में मौजूद कई लोगों का मानना है कि आपने ज्वाइंट स्टाफ़ के चेयरमैन को बीच मंझधार में छोड़ दिया, क्या आप इस पर कमेंट कर सकते हैं?'
इसके जवाब में ओबामा ने कहा, 'मेजर आप जिस चालाकी से सवाल करते हैं उसके लिए मुझे आपको बधाई देनी चाहिए। मैं ईरान में क़ैद उन चार लोगों के परिवारों से मिल चुका हूं और इस हालात से कोई भी ख़ुश नहीं है। हमारे राजनयिक और दूसरी टीमें इस दौरान लगातार उन लोगों को वहां से बाहर निकालने के लिए काम कर रहीं हैं।'
ओबामा ने आगे कहा, 'अब सवाल ये है कि आख़िर हमने इस न्यूक्लियर समझौते के दौरान उनकी रिहाई की शर्त क्यों नहीं रखी तो इसके पीछे की लॉजिक को समझें। अगर हम ऐसा करते तो ईरान को लगता कि वो हमसे इन नागरिकों की रिहाई के बदले में और छूट पा सकता है। इससे हमारी मुश्किलें और बढ़ जाती। ईरान फिलहाल ये समझता है कि ये न्यूक्लियर डील पूरी तरह से न्यूक्लियर के मुद्दे पर टिका है किसी और पर नहीं।'
ओबामा के अनुसार, 'अगर हम न्यूक्लीयर डील से ज़रा भी भटकते तो हमारे लिए इन नागरिकों को वहां से निकालना और मुश्किल हो जाता। इसीलिए, इन दोनों मामलों को अलग रखा गया है। लेकिन मैं ये कहना चाहता हूं कि हम हर दिन अपने उन साथियों को उनके परिवारों के साथ मिलाने की कोशिश में लगे हुए हैं।'
ओबामा ने ये भी कहा कि,अमेरिका किसी भी तरह से ईरान के साथ हथियारों या बैलिस्टिक मिसाईल के मुद्दे पर नरमी नहीं बरत रहा है।
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