सोल:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गुरुवार को पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय सरकार से इतर व्यक्तियों एवं संगठनों और आतंकवादियों के हाथ में परमाणु हथियार के पड़ने और शहरों को नष्ट करने की अनुमति नहीं दे सकता।
परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से इतर ओबामा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से वार्ता की। ओबामा ने गिलानी से वार्ता से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘हम सरकार से इतर ऐसे व्यक्तियों और संगठनों तथा आतंकवादियों के हाथों में परमाणु हथियार के पड़ने और हमारे शहरों को तबाह करने या हमारे नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की बात को वहन नहीं कर सकते।’ पाश्चात्य जगत पाकिस्तान के परमाणु हथियार की सुरक्षा को लेकर चिंतित है क्योंकि उसके परमाणु संयंत्र ऐसे इलाके में हैं जहां तालिबान और अलकायदा आतंकवादी हमला करने में सक्षम हैं।
गत मई में अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद पहली मुलाकात में दोनों नेताओं ने खतरे में पड़ गए आतंकवाद निरोधी गठबंधन को बचाने का प्रयास किया। हाल के समय में आपसी अविश्वास और एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप के कारण यह गठबंधन खतरे में पड़ गया था।
परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से इतर ओबामा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से वार्ता की। ओबामा ने गिलानी से वार्ता से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘हम सरकार से इतर ऐसे व्यक्तियों और संगठनों तथा आतंकवादियों के हाथों में परमाणु हथियार के पड़ने और हमारे शहरों को तबाह करने या हमारे नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की बात को वहन नहीं कर सकते।’ पाश्चात्य जगत पाकिस्तान के परमाणु हथियार की सुरक्षा को लेकर चिंतित है क्योंकि उसके परमाणु संयंत्र ऐसे इलाके में हैं जहां तालिबान और अलकायदा आतंकवादी हमला करने में सक्षम हैं।
गत मई में अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद पहली मुलाकात में दोनों नेताओं ने खतरे में पड़ गए आतंकवाद निरोधी गठबंधन को बचाने का प्रयास किया। हाल के समय में आपसी अविश्वास और एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप के कारण यह गठबंधन खतरे में पड़ गया था।
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