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This Article is From Jan 18, 2022

North Korea ने मिसाइल परीक्षणों की लगाई झड़ी, अमेरिका के मना करने पर भी किया चौथा टेस्ट

उत्तर कोरिया ने मंगलवार को कहा है कि उसने दो टेक्टिकल गाइडेड मिसाइल लॉन्च की हैं. छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को टैक्टिकल मिसाइल कहते हैं. प्रतिबंधों को तोड़ते हुए यह इस साल उत्तर कोरिया का चौथा टेस्ट है.

North Korea ने मिसाइल परीक्षणों की लगाई झड़ी, अमेरिका के मना करने पर भी किया चौथा टेस्ट
North Korea का कहना है कि वो आत्मरक्षा के लिए मिसाइल परीक्षण कर रहा है

उत्तर कोरिया (North Korea) ने मंगलवार को कहा है कि उसने दो टेक्टिकल गाइडेड मिसाइल (Tactical Guided Missile) लॉन्च की हैं. छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों (Ballistic Missile) को टैक्टिकल मिसाइल कहते हैं. प्रतिबंधों को तोड़ते हुए यह इस साल उत्तर कोरिया का चौथा टेस्ट है. बातचीत के अमेरिका (US) के प्रस्ताव को दरकिनार कर उत्तर कोरिया अपने हथियारों की नुमाइश पर उतर आया है. पिछले महीने जबसे उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने एक बार फिर अपनी सेना के आधुनिकीकरण की बात दोहराई है तबसे परमाणु शक्ति (Nuclear Power) संपन्न उत्तर कोरिया कई हथियारों का टेस्ट कर चुका है. इसमें हायपरसोनिक मिसाइल (Hypersonic Missile) का टेस्ट भी शामिल है.

पिछले हफ्ते ही अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर ताज़ा प्रतिबंध लगाए थे. इसका जवाब देते हुए नॉर्थ कोरिया ने अपने हथियारों के परिक्षण को दुगना कर दिया है. इस दौरान उत्तर कोरिया लगातार आत्मरक्षा के "वैध अधिकार" की बात पर ज़ोर दे रहा है.

हथियारों का ताज़ा परिक्षण में दो "टैक्टिकल गाइडेड मिसाइल" टेस्ट शामिल हैं. उत्तर कोरिया के अनुसार इन मिसाइलों ने कोरियाई सागर के पूर्व में अपने लक्ष्य के द्वीप पर सटीक निशाना लगाया. दक्षिण कोरिया की सेना ने इससे पहले कहा था कि दो संदिग्ध " छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों" को सोमवार को प्योंगयांग के पास से दागा गया.

जापान ने भी इस टेस्ट को दर्ज किया था. रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने चेतावनी दी थी कि हाल ही में परीक्षणों की झड़ी लगा कर उत्तर कोरिया "अपनी तकनीक और ऑपरेशन क्षमता को सुधार रहा है."

यह लॉन्च ऐसे नाज़ुक समय हुआ है जब इलाके में उत्तर कोरिया का इकलौता साझेदार चीन अगले महीने विंटर ओलिंपिक का आयोजन करने जा रहा है और दक्षिण कोरिया मार्च में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी में है.

सेजोंग इंस्टीट्यूट में सेंटर फॉर नॉर्थ कोरिया स्टडीज़ के चेओंग सियोंग चांग ने बताया, "उत्तर कोरिया नए अमेरिकी प्रतिबंधों को बहाना बना कर पहले से योजना में शामिल पारंपरिक हथियारों का टेस्ट कर रहा है. उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया की मजबूत सेना के साथ अपने अंतर को कम करने के लिए तेज़ी से काम कर रहा है."

उन्होंने कहा, " हालांकि उत्तर कोरिया परमाणु संपन्न देश है लेकिन वह परमाणु हथियारों के प्रयोग की स्तिथी में नहीं है जब तक कि उस पर पहले हमला ना किया जाए."

अमेरिका के साथ उत्तर कोरिया की रुकी वार्ता पर चेओंग सियोंग ने कहा, "अमेरिका के साथ बातचीत पटरी से उतरी हुई है. उत्तर कोरिया तब तक कोई उचित प्रतिक्रिया नहीं देगा जब तक अमेरिका दक्षिण कोरिया के साथ अपना संयुक्त सैन्य अभ्यास रोक नहीं देता. लेकिन अमेरिका कह चुका है कि वह इसे बातचीत में शामिल नहीं कर रहा है."

इस बीच अमेरिका ने सोमवार को उत्तर कोरिया से अपनी "गैरकानूनी और क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने वाली" गतिविधियों पर लगाम लगाने को कहा है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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