प्रतीकात्मक तस्वीर
काठमांडू:
नेपाल में 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप के बाद बचाए गए 237 बच्चे लापता हैं, जिससे अब इस बात की आशंका उत्पन्न हो गई है कि कहीं उनकी तस्करी तो नहीं कर दी गई।
केंद्रीय बाल कल्याण बोर्ड ने कहा कि भूकंप के बाद बचाए गए गोरखा जिले से 215 और ओखलधुंगा जिले से 22 बच्चों का अब तक कुछ पता नहीं लग पाया है।
बोर्ड के निदेशक डिल्ली राम गिरि ने कहा कि उन्हें गोरखा जिले से लापता 215 बच्चों को ढूंढ़ना है। कांतीपुर ने खबर दी कि ओखलधुंगा जिले से लापता 22 बच्चों के बारे में भी नहीं पता है। यह बच्चे उन 337 बच्चों में शामिल थे, जिन्हें भूकंप के बाद आठ जिलों से बचाया गया था और उन्हें विभिन्न सरकारी प्राधिकार तथा गैर सरकारी एजेंसियां काठमांडो लेकर आई थीं।
गिरि ने कहा, 'इन बच्चों को ढूंढ़ने और उनके माता पिता या अभिभावकों से मिलाने के लिए पुलिस की मदद से व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।'
केंद्रीय बाल कल्याण बोर्ड ने कहा कि भूकंप के बाद बचाए गए गोरखा जिले से 215 और ओखलधुंगा जिले से 22 बच्चों का अब तक कुछ पता नहीं लग पाया है।
बोर्ड के निदेशक डिल्ली राम गिरि ने कहा कि उन्हें गोरखा जिले से लापता 215 बच्चों को ढूंढ़ना है। कांतीपुर ने खबर दी कि ओखलधुंगा जिले से लापता 22 बच्चों के बारे में भी नहीं पता है। यह बच्चे उन 337 बच्चों में शामिल थे, जिन्हें भूकंप के बाद आठ जिलों से बचाया गया था और उन्हें विभिन्न सरकारी प्राधिकार तथा गैर सरकारी एजेंसियां काठमांडो लेकर आई थीं।
गिरि ने कहा, 'इन बच्चों को ढूंढ़ने और उनके माता पिता या अभिभावकों से मिलाने के लिए पुलिस की मदद से व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।'
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