अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने आज अपने मानवरहित मंगल मिशन ओरायन का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। इसे केप कैनवरल से छोड़ा गया। आने वाले वर्षों में मंगल जैसे अंतरिक्षीय गंतव्यों पर लोगों को ले जाने से पहले यह एक अहम परीक्षण उड़ान मानी जा रही है।
नासा ने यूरोपीय सर्विस मॉड्यूल के साथ मिलकर इस अत्याधुनिक यान को तैयार किया है। 11 फुट ऊंचा ये अंतरिक्ष यान अपने चार घंटे 24 मिनट की उड़ान में दो बार पृथ्वी का चक्कर लगाएगा और फिर प्रशांत महासागर में गिर जाएगा।
माना जा रहा है कि इसे तैयार करने में करीब डेढ़ हज़ार करोड़ डॉलर का खर्च आया है। चंद्रमा से आगे इंसान को ले जाने के मकसद से यह किसी अमेरिकी अंतरिक्षयान की 40 सालों से ज्यादा समय में पहली उड़ान है। ये अंतरिक्षयान अपनी उड़ान में दो बार पृथ्वी के चक्कर लगाएगा और फिर कैलिफोर्निया के सैन डियागो के किनारे गिर जाएगा। नासा के प्रशासक चार्ल्स बोल्डेन ने आज के प्रक्षेपण से पहले कहा, 'मेरा मानना है कि यह दुनिया के लिए, अंतरिक्ष को समझने और उसे प्यार करने वालों के यह एक बड़ा दिन है।'
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