![नासा ने शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर देखा बर्फ का एक 'रहस्यमय' बादल नासा ने शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर देखा बर्फ का एक 'रहस्यमय' बादल](https://i.gadgets360cdn.com/large/Titan_Cloud_1474536470497.jpeg?downsize=773:435)
वॉशिंगटन:
नासा के कैसिनी अंतरिक्ष यान ने शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर बर्फ का एक रहस्यमय बादल देखा है और यह घटना टाइटन के वातावरण के बारे अब तक ज्ञात सभी तथ्यों के लिए एक चुनौती पेश करती है.
बर्फ का बादल नजर आने के बाद नासा के वैज्ञानिकों ने कहा कि शायद यह बादल पूर्व में सोची गई प्रक्रिया से बिल्कुल अलग प्रकिया से बना होगा और यह प्रक्रिया वैसी ही होगी जैसी पृथ्वी के ध्रुवों पर होती है.
टाइटन के समतापीय मंडल में मौजूद यह बादल डी.साइनोएसिटिलीन (सी4एन2) गैस से बना है. सी4एन2 कार्बन और नाइट्रोजन का मिश्रण है जो विशाल टाइटन का अस्पष्ट भूरे, नारंगी रंग का वातावरण तैयार करता है.
नासा ने कहा कि इस बादल को देखने के बाद वैज्ञानिक इस बात से परेशान हैं कि बादल को संघनित होने के लिए डी.साइनोएसिटिलीन गैस के एक फीसदी से भी कम हिस्से की जरूरत है. कैसिनी के कम्पोजिट इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर या सीआईआरएस का उपयोग कर अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि हिमीकृत हो चुके कुछ रसायन से एक विशाल बादल बना है.
नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में सीआईआरएस के सह.जांचकर्ता और अध्ययन के लेखक कैरी एंडर्सन ने कहा "बर्फ के इस बादल का नजर आना हर उस बात के विपरीत है जो हम टाइटन पर बादल बनने के बारे में जानते हैं."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बर्फ का बादल नजर आने के बाद नासा के वैज्ञानिकों ने कहा कि शायद यह बादल पूर्व में सोची गई प्रक्रिया से बिल्कुल अलग प्रकिया से बना होगा और यह प्रक्रिया वैसी ही होगी जैसी पृथ्वी के ध्रुवों पर होती है.
टाइटन के समतापीय मंडल में मौजूद यह बादल डी.साइनोएसिटिलीन (सी4एन2) गैस से बना है. सी4एन2 कार्बन और नाइट्रोजन का मिश्रण है जो विशाल टाइटन का अस्पष्ट भूरे, नारंगी रंग का वातावरण तैयार करता है.
नासा ने कहा कि इस बादल को देखने के बाद वैज्ञानिक इस बात से परेशान हैं कि बादल को संघनित होने के लिए डी.साइनोएसिटिलीन गैस के एक फीसदी से भी कम हिस्से की जरूरत है. कैसिनी के कम्पोजिट इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर या सीआईआरएस का उपयोग कर अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि हिमीकृत हो चुके कुछ रसायन से एक विशाल बादल बना है.
नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में सीआईआरएस के सह.जांचकर्ता और अध्ययन के लेखक कैरी एंडर्सन ने कहा "बर्फ के इस बादल का नजर आना हर उस बात के विपरीत है जो हम टाइटन पर बादल बनने के बारे में जानते हैं."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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