भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना को संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर होने वाली मुलाकात के दौरान उन्हें आने वाले खतरे से आगाह करेंगे।
वेबसाइट 'बीडीन्यूज24 डॉट कॉम' के अनुसार, भारत की खुफिया एजेंसी का कहना है कि उसके पास इस बात की गुप्त जानकारी है कि पश्चिमी खुफिया एजेंसी सेना का इस्तेमाल कर निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करेगी।
वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों ने 'बीडीन्यूज डॉट कॉम' को बताया कि पश्चिमी एजेंसी बांग्लादेश की सेना के शीर्ष पदों पर ऐसे लोगों को प्रवेश करा रहा है और हसीना को हटा कर राष्ट्रीय सहमति की सरकार गठित करने की योजना बना रहा है।
उन्होंने बताया कि ढाका में कार्यरत एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है।
खुफिया एजेंसी आवामी लीग के भगोड़े नेताओं, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और अन्य पार्टियों जमात-ए-इस्लामी और जातीय पार्टी को एक मंच पर ला कर राष्ट्रीय सहमति की सरकार बनाने की कोशिश करेगी।
कुछ सैन्य अधिकारियों ने इस छल में शामिल होने से इनकार कर दिया जिसकी वजह से उन्हें अप्रासंगिक पदों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके साथ ही बॉर्डर गॉर्ड बांग्लादेश (बीजीबी) और रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) को भी बेअसर करने की कोशिश की जा रही है, ताकि सैन्य तख्तापलट की स्थिति में कोई विरोध का स्वर न उभरे।
मोदी को इस खुफिया जानकारी के बारे में संक्षेप में बताया गया है।
यह जानकारी बांग्लादेश के उन अधिकारियों को भी दी गई है, जो भारत का दौरा करने वाले विदेशमंत्री एएच महमूद अली के प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, "लेकिन मोदी यह मुद्दा हसीना से मुलाकात के दौरान उठाएंगे। वह शारदा मुद्दे पर अपने दृढ़ कार्रवाई का भरोसा दिलाएंगे और उन्हें बताएंगे कि उनकी सरकार के खिलाफ षडयंत्र करने वाले भारतीय के साथ कड़ाई से निपटा जाएगा।"
अधिकारी ने बताया, "वह शारदा चिट फंड घोटाले की जांच में मदद के लिए बांग्लादेश से जानकारी मांगेगे, जिसकी जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है।"
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