किम जोंग उन की फाइल फोटो
प्योंगयांग:
उत्तर कोरिया के तानशाह किम जोंग उन ने अपने दो वरिष्ठ अधिकारियों को एंटी एयरक्राफ्ट गन से उड़वा दिया.
स्काई न्यूज के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के अखबार जूंगअंग इलबो की खबर में एक सूत्र के हवाले से जानकारी दी गई कि इनमें से एक अधिकारी का नाम रि योंग जिन है जो शिक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारी थे और दूसरे का नाम हांग मिन है जो कृषि मंत्री थे. इन दोनों को मौत की सजा दी गई.
सूत्र ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में दोनों अधिकारियों को 'किम उन जोंग के विशेष आदेश पर' प्योंगयांग के एक सैन्य अकादमी में सार्वजनिक रूप से मार डाला गया. सूत्र ने कहा कि रि, किम की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के दौरान सो गए थे. उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और राज्य के सुरक्षा मंत्रालय द्वारा काफी पूछताछ किया गया. उन्हें कुछ आरोपों जैसे भ्रष्टाचार आदि के तहत भी मौत की सजा दी गई.'
हांग के बारे में सूत्र ने बताया, 'मैं समझ सकता हूं कि उन्हें क्यों मौत की सजा दी गई, क्योंकि उन्होंने जो नीतियां प्रस्तावित की थीं, वे किम जोंग उन के नेतृत्व को सीधी चुनौती दे रही थीं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
स्काई न्यूज के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के अखबार जूंगअंग इलबो की खबर में एक सूत्र के हवाले से जानकारी दी गई कि इनमें से एक अधिकारी का नाम रि योंग जिन है जो शिक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारी थे और दूसरे का नाम हांग मिन है जो कृषि मंत्री थे. इन दोनों को मौत की सजा दी गई.
सूत्र ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में दोनों अधिकारियों को 'किम उन जोंग के विशेष आदेश पर' प्योंगयांग के एक सैन्य अकादमी में सार्वजनिक रूप से मार डाला गया. सूत्र ने कहा कि रि, किम की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के दौरान सो गए थे. उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और राज्य के सुरक्षा मंत्रालय द्वारा काफी पूछताछ किया गया. उन्हें कुछ आरोपों जैसे भ्रष्टाचार आदि के तहत भी मौत की सजा दी गई.'
हांग के बारे में सूत्र ने बताया, 'मैं समझ सकता हूं कि उन्हें क्यों मौत की सजा दी गई, क्योंकि उन्होंने जो नीतियां प्रस्तावित की थीं, वे किम जोंग उन के नेतृत्व को सीधी चुनौती दे रही थीं.'
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