मुंबई हमला मामले में चार गवाहों ने बुधवार को पाकिस्तान की आतंकवाद-निरोधी अदालत में गवाही दी। अदालत 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में कथित रूप से शामिल सात आरोपियों के खिलाफ सुनवाई कर रही है।
इन गवाहों में शामिल एक व्यक्ति से आरोपियों में से एक ने नौकाएं खरीदी थीं।
रावलपिंडी के अदिआला जेल में स्थित आतंकवाद-निरोधी अदालत में गवाहों ने न्यायाधीश कौसर अब्बास जैदी के समक्ष बयान दिए।
लाहौर से करीब 350 किलोमीटर दूर वेहारी जिले के एक डॉक्टर ने सात में से एक आरोपी की डीएनए रिपोर्ट भी अदालत को सौंपी।
कराची के गवाहों ने एक आरोपी की शिनाख्त भी कर ली है। हालांकि अधिकारियों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि शिनाख्त शाहिद जमील रियाज की हुई है या किसी अन्य की।
पहले की सुनवायी के दौरान गवाहों ने रिआज की पहचान उनकी नौकाएं खरीदने वाले एक व्यक्ति के रूप में की थी। इन्हीं नौकाओं का उपयोग मुंबई आतंकवादी हमले में किया गया था।
गवाहों ने बताया था कि रिआज और 10 अन्य लोगों ने उनसे मछली पकड़ने के लिए 11 नौकाएं खरीदी थीं।
उन्होंने अमजद खान और अतिकुर रहमान सहित 10 लोगों की भी पहचान की थी। ये लोग कथित रूप से आतंकवादी हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में शामिल थे। 26-29 नवंबर, 2008 को हुए इन आतंकवादी हमलों में 166 लोग मारे गए।
इन 10 लोगों को आतंकवाद-निरोधी अदालत पहले ही भगोड़ा अपराधी घोषित कर चुकी है।
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