इस्लामाबाद:
अपनी एक दिन की निजी यात्रा पर रविवार को भारत पहुंचने वाले पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। जरदारी अजमेर रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह को अपने देश आने का न्योता देंगे। पाकिस्तान से आने वाले शिष्टमंडल में जरदारी के पुत्र बिलावल भुट्टो जरदारी भी शामिल होंगे।
जरदारी के भारत पहुंचने पर उनकी अगवानी जहां केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल करेंगे, वहीं उनकी यात्रा को लेकर नई दिल्ली और अजमेर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। जबकि अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के प्रभारियों ने जरदारी को भेंट देने की खास तैयारी की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, "राष्ट्रपति जरदारी वर्ष के अंत तक मनमोहन सिंह को पाकिस्तान आने का न्योता देंगे।"
सूत्रों ने बताया कि बैठक के बाद दोनों नेताओं की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी होने की उम्मीद कम है और किसी समझौते की घोषणा भी नहीं के बराबर है। दोनों नेता तथाकथित संवेदशनशील मुद्दों पर अविश्वास को दूर करने के लिए पर्दे के पीछे बातचीत करेंगे।
इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जरदारी की भारत यात्रा को महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की इस यात्रा के लिए हालांकि, कोई एजेंडा तय नहीं है लेकिन उम्मीद है कि दोनों नेता सभी द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
नई दिल्ली में जानकार सूत्रों ने कहा कि मनमोहन सिंह और जरदारी कश्मीर एवं आतंकवाद सहित सभी मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं।
पिछले सात वर्ष में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा है। जरदारी के साथ 40 से अधिक सदस्यों का एक शिष्टमंडल भी भारत आएगा।
जरदारी अपने विशेष विमान से रविवार सुबह 11.30 बजे नई दिल्ली पहुंचेंगे और बातचीत के लिए वह हवाईअड्डे से सीधे 7 रेस कोर्स स्थित प्रधानमंत्री के सरकारी आवास जाएंगे। बातचीत के बाद जरदारी शिष्टमंडल के साथ भोज में शामिल होंगे। दोपहर बाद वह अजमेर स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत के लिए रवाना हो जाएंगे।
जरदारी के साथ आंतरिक मंत्री रहमान मलिक, विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी, राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर और राष्ट्रपति कार्यालय के अधिकारी भी होंगे।
शिष्टमंडल में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी भी अपने पिता के साथ होंगे।
सूत्रों ने बताया कि उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे और दोनों युवा नेता आपस में बातचीत कर सकते हैं।
राष्ट्रपति जरदारी की अगवानी के लिए सरकार ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल को नामित किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बंसल हवाईअड्डे पर जरदारी की अगवानी करेंगे। बंसल जरदारी के साथ अजमेर स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर भी जाएंगे।
जरदारी की भारत यात्रा के मद्देनजर नई दिल्ली एवं अजमेर में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए जाएंगे।
नई दिल्ली में जरदारी की सुरक्षा में करीब 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा जबकि राजस्थान के अजमेर को पहले ही किले में तब्दील कर दिया गया है।
हवाईअड्डे से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास तक के 25 किलोमोटर लम्बे मार्ग की ऊंची इमारतों पर विशेष बलों को तैनात किया जाएगा।
मनमोहन सिंह के साथ बैठक के बाद जरदारी जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे और यहां से एक हेलीकॉप्टर के जरिए वह ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत करने जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर शाम 4.10 बजे अजमेर पहुंचेगा।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने बताया, "हेलीपैड और दरगाह के बीच 12 किलोमीटर के फासले में प्रत्येक जगह सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अजमेर दिन के 12 बजे से शाम पांच बजे तक बंद रहेगा।"
दरगाह के प्रभारियों ने जरदारी और उनके परिजनों के स्वागत के लिए खास तैयारी की है। प्रभारियों में से एक सैयद इकबाल कप्तान ने कहा कि जरदारी को परम्परागत लाल पगड़ी बांधकर स्वागत किया जाएगा।
कप्तान ने कहा कि वह जरदारी और उनके पुत्र बिलावल को चांदी की दो अगूंठी भेंट करेंगे। इन अगुंठियों पर नौ रत्न जड़े होंगे। जबकि राष्ट्रपति की दो पुत्रियों बख्तावर एवं आसिफा को वह चांदी के दो कंगन भेंट के रूप में देंगे।
उधर, पाकिस्तानी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सदस्यों ने अपने नेता हाफिज सईद की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित करने के विरोधस्वरूप अमेरिकी झंडे जलाए और भारत के खिलाफ नारेबाजी की है।
जरदारी के भारत पहुंचने पर उनकी अगवानी जहां केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल करेंगे, वहीं उनकी यात्रा को लेकर नई दिल्ली और अजमेर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। जबकि अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के प्रभारियों ने जरदारी को भेंट देने की खास तैयारी की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, "राष्ट्रपति जरदारी वर्ष के अंत तक मनमोहन सिंह को पाकिस्तान आने का न्योता देंगे।"
सूत्रों ने बताया कि बैठक के बाद दोनों नेताओं की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी होने की उम्मीद कम है और किसी समझौते की घोषणा भी नहीं के बराबर है। दोनों नेता तथाकथित संवेदशनशील मुद्दों पर अविश्वास को दूर करने के लिए पर्दे के पीछे बातचीत करेंगे।
इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जरदारी की भारत यात्रा को महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की इस यात्रा के लिए हालांकि, कोई एजेंडा तय नहीं है लेकिन उम्मीद है कि दोनों नेता सभी द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
नई दिल्ली में जानकार सूत्रों ने कहा कि मनमोहन सिंह और जरदारी कश्मीर एवं आतंकवाद सहित सभी मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं।
पिछले सात वर्ष में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा है। जरदारी के साथ 40 से अधिक सदस्यों का एक शिष्टमंडल भी भारत आएगा।
जरदारी अपने विशेष विमान से रविवार सुबह 11.30 बजे नई दिल्ली पहुंचेंगे और बातचीत के लिए वह हवाईअड्डे से सीधे 7 रेस कोर्स स्थित प्रधानमंत्री के सरकारी आवास जाएंगे। बातचीत के बाद जरदारी शिष्टमंडल के साथ भोज में शामिल होंगे। दोपहर बाद वह अजमेर स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत के लिए रवाना हो जाएंगे।
जरदारी के साथ आंतरिक मंत्री रहमान मलिक, विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी, राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर और राष्ट्रपति कार्यालय के अधिकारी भी होंगे।
शिष्टमंडल में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी भी अपने पिता के साथ होंगे।
सूत्रों ने बताया कि उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे और दोनों युवा नेता आपस में बातचीत कर सकते हैं।
राष्ट्रपति जरदारी की अगवानी के लिए सरकार ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल को नामित किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बंसल हवाईअड्डे पर जरदारी की अगवानी करेंगे। बंसल जरदारी के साथ अजमेर स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर भी जाएंगे।
जरदारी की भारत यात्रा के मद्देनजर नई दिल्ली एवं अजमेर में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए जाएंगे।
नई दिल्ली में जरदारी की सुरक्षा में करीब 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा जबकि राजस्थान के अजमेर को पहले ही किले में तब्दील कर दिया गया है।
हवाईअड्डे से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास तक के 25 किलोमोटर लम्बे मार्ग की ऊंची इमारतों पर विशेष बलों को तैनात किया जाएगा।
मनमोहन सिंह के साथ बैठक के बाद जरदारी जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे और यहां से एक हेलीकॉप्टर के जरिए वह ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत करने जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर शाम 4.10 बजे अजमेर पहुंचेगा।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने बताया, "हेलीपैड और दरगाह के बीच 12 किलोमीटर के फासले में प्रत्येक जगह सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अजमेर दिन के 12 बजे से शाम पांच बजे तक बंद रहेगा।"
दरगाह के प्रभारियों ने जरदारी और उनके परिजनों के स्वागत के लिए खास तैयारी की है। प्रभारियों में से एक सैयद इकबाल कप्तान ने कहा कि जरदारी को परम्परागत लाल पगड़ी बांधकर स्वागत किया जाएगा।
कप्तान ने कहा कि वह जरदारी और उनके पुत्र बिलावल को चांदी की दो अगूंठी भेंट करेंगे। इन अगुंठियों पर नौ रत्न जड़े होंगे। जबकि राष्ट्रपति की दो पुत्रियों बख्तावर एवं आसिफा को वह चांदी के दो कंगन भेंट के रूप में देंगे।
उधर, पाकिस्तानी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सदस्यों ने अपने नेता हाफिज सईद की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित करने के विरोधस्वरूप अमेरिकी झंडे जलाए और भारत के खिलाफ नारेबाजी की है।
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