चीन की शिन्हुआ न्यूज एजेंसी द्वारा रिलीज की गई मलबे से निकाले गए शख्स की तस्वीर
बीजिंग:
कहते हैं जाको राखे साईयां मार सके न कोय। ऐसा ही एक उदाहरण चीन में देखा गया। चीन के एक औद्योगिक इलाके में हुए भूस्खलन में 60 घंटों तक दबे रहने के बाद एक शख्स जिंदा बाहर खींच लिया गया।
शेन्ज़ेन के इमर्जेंसी रिस्पॉन्स ऑफिस के एक अधिकारी ने कहा कि तियान जेमिंग (Tian Zeming) को बुधवार सुबह बचाया गया। वह दक्षिणी पश्चिमी चीन के चोंगकिंग (Chongqing) इलाके का है।
जिले की सरकार द्वारा जो ट्रांसक्रिप्ट पोस्ट की गई, उसके हवाले से डॉक्टर वांग यिगो ने कहा कि बचाया गया यह शख्स जब मलबे के अंदर दबा हुआ था। जिस वक्त यह निकाला गया, इसकी नब्ज बेहद धीमी चल रही थी और आवाज भी बमुश्किल निकल रही थी।
बचाए गए शख्स ने तियान ने बचावकर्मियों को बताया कि उनके निकट एक और व्यक्ति दबा हुआ है। एक अन्य न्यूरोसर्जन ने बताया कि उन्होंने पाया कि दूसरा व्यक्ति नहीं बच सका है।
भूस्खलन के चलते इलाके में रविवार को एक गैस स्टेशन में विस्फोट हो गया था। चीनी भूमि एवं संसाधन मंत्रालय ने बताया कि निर्माण स्थल की मिट्टी और मलबे का अत्यधिक ढेर लगाए जाने के चलते यह हुआ। जीवित लोगों की तलाश में करीब 3,000 बचावकर्मी लाइफ डिटेक्टर, उत्खनकों और ड्रोन की सहायता से इलाके में सावधानी पूर्वक मलबा हटा रहे हैं। यह क्षेत्र लगभग फुटबॉल के दस मैदानों जितना बड़ा है और यहां पर लगभग पांच मंजिल इमारत जितना उंचा मिट्टी का टीला बन गया है जिसमें खुदाई करके लोगों को जिंदा बचाना है।
शेन्ज़ेन के इमर्जेंसी रिस्पॉन्स ऑफिस के एक अधिकारी ने कहा कि तियान जेमिंग (Tian Zeming) को बुधवार सुबह बचाया गया। वह दक्षिणी पश्चिमी चीन के चोंगकिंग (Chongqing) इलाके का है।
जिले की सरकार द्वारा जो ट्रांसक्रिप्ट पोस्ट की गई, उसके हवाले से डॉक्टर वांग यिगो ने कहा कि बचाया गया यह शख्स जब मलबे के अंदर दबा हुआ था। जिस वक्त यह निकाला गया, इसकी नब्ज बेहद धीमी चल रही थी और आवाज भी बमुश्किल निकल रही थी।
बचाए गए शख्स ने तियान ने बचावकर्मियों को बताया कि उनके निकट एक और व्यक्ति दबा हुआ है। एक अन्य न्यूरोसर्जन ने बताया कि उन्होंने पाया कि दूसरा व्यक्ति नहीं बच सका है।
भूस्खलन के चलते इलाके में रविवार को एक गैस स्टेशन में विस्फोट हो गया था। चीनी भूमि एवं संसाधन मंत्रालय ने बताया कि निर्माण स्थल की मिट्टी और मलबे का अत्यधिक ढेर लगाए जाने के चलते यह हुआ। जीवित लोगों की तलाश में करीब 3,000 बचावकर्मी लाइफ डिटेक्टर, उत्खनकों और ड्रोन की सहायता से इलाके में सावधानी पूर्वक मलबा हटा रहे हैं। यह क्षेत्र लगभग फुटबॉल के दस मैदानों जितना बड़ा है और यहां पर लगभग पांच मंजिल इमारत जितना उंचा मिट्टी का टीला बन गया है जिसमें खुदाई करके लोगों को जिंदा बचाना है।