विज्ञापन
This Article is From Jan 02, 2011

मलेशिया में एजेंट की जालसाजी के शिकार हुए भारतीय

कुआलालंपुर: मलेशिया में अच्छे वेतन वाली नौकरी की तलाश करने वाले युवकों के साथ धोखाधड़ी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद कई भारतीय युवक फिर से एजेंट के झांसे में आ गए और अब स्वदेश लौटने की प्रतीक्षा में हैं। जालसाजी के नए शिकार भारत के कम से कम 24 युवक बने हैं। इनमें से कुछ स्नातक हैं। ये लोग स्वदेश लौटने की प्रतीक्षा में हैं। इन्हें मोटी तनख्वाह का लालच देकर यहां लाया गया था और मलेशिया पहुंचने के बाद इन्हें अपने ठगे जाने की जानकारी मिली। आधिकारिक सूत्रों ने बताया, इनमें से एक युवक ऐसा भी है जो होटल प्रबंधन में स्नातक है, लेकिन यहां उसे मैकडोनाल्ड के एक विक्रय केंद्र पर 12 घंटों तक काम करना पड़ता था। उससे वादा कुछ और किया गया था। मलेशिया स्थित भारतीय उच्चायोग हमेशा से यह चेतावनी देता रहा है कि नौकरी दिलाने वाले एजेंट की पूरी पड़ताल कर लेने के बाद ही भारत के युवक यहां आएं। यहां के एक स्थानीय समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार एक भारतीय व्यक्ति यहां वर्ष 2009 में नौकरी के लिए पहुंचा, लेकिन वह भी एजेंट की जालसाजी का शिकार हुआ। इस व्यक्ति के कष्ट का पता चलने के बाद भारत में उसकी बेटी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
जालसाजी, एजेंट, मलेशिया, धोखाधड़ी