लंदन:
ब्रिटेन की राजधानी लंदन में लूटपाट और आगजनी की घटनाओं ने मंगलवार को बर्मिघम और मैंचेस्टर सहित अन्य शहरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। बीते तीन दिनों से जारी दंगों में अब तक 450 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। दंगों के मद्देनजर प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अपनी छुट्टियां बीच में ही रद्द कर लंदन पहुंच गए हैं। लंदन में अगले साल ओलम्पिक खेलों का आयोजन होना है। यहां लगातार तीसरी रात भी दंगों की स्थिति रही जबकि अन्य शहर भी अशांत रहे। प्रदर्शनकारियों ने दुकानों में तोड़-फोड़ और लूटपाट की व कारों और इमारतों को आग के हवाले किया। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं। बर्मिघन में भी दंगों की स्थिति है। बुधवार से ब्रिटेन व भारतीय क्रिकेट टीम के बीच शुरू होने जा रहे टेस्ट मैच के लिए ये दोनों ही टीमें इसी शहर के एक होटल में ठहरी हुई हैं। लिवरपूल, नॉटिंघम, ब्रिस्टल और मैंचेस्टर में भी अशांति की स्थिति है। बीबीसी के हवाले से कहा गया है कि बीते तीन दिनों से जारी हिंसा में अब तक पूरे लंदन से कम से कम 450 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। शनिवार की रात टोटेनहेम में करीब 300 लोग एक थाने के बाहर जमा हो गए थे। वे गुरुवार को हुई पुलिस गोलीबारी में मारे गए एक 29 साल के कैब चालक और कथित ड्रग माफिया मार्क डुग्गन के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात राजधानी में 1,700 अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए गए। हिंसक स्थितियों को देखते हुए प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अपनी छुट्टियां बीच में ही रद्द कर ब्रिटेन लौट आए हैं। वह दंगों पर चर्चा के लिए सरकार की आपातकालीन समिति की अध्यक्षता करेंगे।