नई दिल्ली / इस्लामाबाद:
नियंत्रण रेखा पर तनाव खत्म करने के लिए पाकिस्तान की विदेशमंत्री हिना रब्बानी खार द्वारा की गई बातचीत की पेशकश को लेकर भारतीय विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सलाह-मशविरा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक अगर दोनों मुल्कों में बात होती है, तो शुरू में मंत्री स्तर की बातचीत नहीं होगी। भारत पहले यह जानना चाहेगा कि पाकिस्तान क्या बात करना चाहता है?
गौरतलब है कि भारत पर युद्ध भड़काने का आरोप लगाने वाली पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अपने भारतीय समकक्ष सलमान खुर्शीद को 'चर्चा और संवाद' का प्रस्ताव दिया है, ताकि नियंत्रण रेख पर चल रहे संकट का समाधान किया जा सके।
हिना ने बुधवार देर शाम इस्लामाबाद में जारी बयान में कहा, सीमा पार से सेना और राजनीतिक नेताओं द्वारा उकसाने वाले और तनाव को भड़काने वाले बयान देने की बजाय यह दोनों देशों के लिए ठीक होगा कि वे नियंत्रण रेखा को लेकर सभी चिंताओं पर चर्चा करें, ताकि संघर्ष विराम का सम्मान फिर से बहाल किया जा सके। चीजों को सुलझाने के लिए यह बातचीत विदेशमंत्री स्तर पर हो सकती है।
पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दो भारतीय सैनिकों की हत्या के बीच भारत पर 'युद्ध भड़काने' का आरोप लगाने के एक दिन बाद हिना ने कहा, बयानबाजी और तनाव को भड़काने से कोई फायदा नहीं होने वाला। भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कड़ा बयान जारी करते हुए कहा था, पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य नहीं रह सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 742 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा पर वर्ष 2003 से चल रहे संघर्ष विराम का पिछले 10 दिन में कई बार उल्लंघन हुआ है और इस दौरान दो भारतीय सैनिकों की मौत हो गई।
गौरतलब है कि भारत पर युद्ध भड़काने का आरोप लगाने वाली पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अपने भारतीय समकक्ष सलमान खुर्शीद को 'चर्चा और संवाद' का प्रस्ताव दिया है, ताकि नियंत्रण रेख पर चल रहे संकट का समाधान किया जा सके।
हिना ने बुधवार देर शाम इस्लामाबाद में जारी बयान में कहा, सीमा पार से सेना और राजनीतिक नेताओं द्वारा उकसाने वाले और तनाव को भड़काने वाले बयान देने की बजाय यह दोनों देशों के लिए ठीक होगा कि वे नियंत्रण रेखा को लेकर सभी चिंताओं पर चर्चा करें, ताकि संघर्ष विराम का सम्मान फिर से बहाल किया जा सके। चीजों को सुलझाने के लिए यह बातचीत विदेशमंत्री स्तर पर हो सकती है।
पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दो भारतीय सैनिकों की हत्या के बीच भारत पर 'युद्ध भड़काने' का आरोप लगाने के एक दिन बाद हिना ने कहा, बयानबाजी और तनाव को भड़काने से कोई फायदा नहीं होने वाला। भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कड़ा बयान जारी करते हुए कहा था, पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य नहीं रह सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 742 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा पर वर्ष 2003 से चल रहे संघर्ष विराम का पिछले 10 दिन में कई बार उल्लंघन हुआ है और इस दौरान दो भारतीय सैनिकों की मौत हो गई।
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