
You'll Never Walk Alone. (आप कभी अकेले नहीं चलोगो). यह नारा इंग्लिश प्रीमियर लीग (EPL) की चैंपियन टीम लिवरपूर के फैंस को एक दूसरे से जोड़ता है, यहा नारा उनकी रगों में बहता है. सोमवार, 26 मई का दिन उनके लिए खास होने वाला था. एक और शानदार कैंपेन के बाद टीम EPL चैंपियन बनी थी और इस दिन ही टीम की विक्ट्री परेड होने वाली था. यह कैंपेन इसलिए भी और शानदार था क्योंकि 9 साल टीम को हर ट्रॉफी जिताने के बाद महान जर्मन मैनेजर जुर्गेन क्लॉप पद से हटे थे और नए मैनेजर ने अपने पहले ही साल में टीम को इंग्लैंड फुटबॉल का चैंपियन बना दिया था. शाम में विक्ट्री परेड होनी थी. शाम 5.40 बजे के आसपास लिवरपूल टीम की परेड करती हुई ओपन-टॉप बस रॉयल लिवर बिल्डिंग से गुजरी और फैंस का बड़ा हुजूम You'll Never Walk Alone गाते हुए नए प्रीमियर लीग चैंपियन टीम को सेलिब्रेट कर रहा था. लेकिन फिर जो हुआ वो किसी लिवरपूल फैन ने अपने सबसे बुरे सपने में भी नहीं सोचा होगा.
शाम 6 बजे के ठीक बाद, पास की वॉटर स्ट्रीट पर, मंजर तबाही (Liverpool car ramming) का था. लिवरपूल एरिया में ही रहने वाले 53 वर्षीय श्वेत ब्रिटिश पुरुष ने भीड़ को अपनी कार के नीचे रौंद दिया. जश्न का माहौल मातम में बदल गया था. 27 लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल था. उनके अलावा 20 लोगों का घटनास्थल पर मामूली चोटों के लिए इलाज किया गया और कुछ ने बाद में मर्सीसाइड के हॉस्पिटलों में खुद को दिखाया. घटनास्थल पर मौजूद चश्मीदीदों ने उस वक्त का मंजर बताया है.

‘वह 20 फीट ऊपर उड़ गया'
द गार्डियन की एक रिपोर्ट के अनुसार इस घटना को अपनी आंखों के सामने देखने वाले 55 साल के लेस विंस्पर ने कहा: "लोगों ने (कार की) खिड़कियों को पीटना शुरू कर दिया था. फिर उन्होंने खिड़कियों को तोड़ दिया और वह (चालक) घबरा गया और उसने अपना पैर नीचे (एसिलरेटर पर) रख दिया. फिर उसने किसी को धक्का मारा और वह व्यक्ति हवा में उड़ गया और फिर वह कार लेकर भीड़ में घुस गया. मैंने ऐसा कभी नहीं देखा."
उन्होंने आगे कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से सोचता हूं कि उसने गलती से किसी को मारा और फिर उसने अपना पैर नीचे रख दिया. यह मेरे जीवन में देखी गई सबसे बुरी चीज थी, आप इसे टीवी पर देखते हैं. यही कारण है कि सभी बच्चे रो रहे हैं, क्योंकि उन्होंने इसे देखा है. मैं सदमे में हूं."
पुलिस का भी कहना है कि इस घटना को आतंकवाद नहीं माना जा रहा है. दोनों दोस्तों ने कहा कि 20 से 30 सेकंड तक कार भीड़ को कुचलते रही.

“जश्न का माहौल आतंक में बदल गया”
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार एक चश्मदीद ने कहा कि लिवरपूल फुटबॉल क्लब की टीम को ले जा रही बस के गुजरने के करीब 10 मिनट बाद यह हादसा हुआ. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार ही डैन ओगुनशाकिन एक बीबीसी रिपोर्टर हैं जिनकी आज ड्यूटी नहीं थी. वह परेड में शामिल होने के लिए लिवरपूल में थे और उन्होंने इस घटना का कुछ हिस्सा देखा.
उनका कहना है कि उन्होंने एम्बुलेंस के सामने एक भूरे रंग की कार देखी और "अचानक बहुत सारे लोगों ने उसे घेरना शुरू कर दिया.. फिर हमने देखा कि लोग कार को मार रहे थे और कार को हिला रहे थे और हमें आश्चर्य हुआ कि ऐसा अचानक क्यों हो रहा था." उनका कहना है कि कार ने फिर रिवर्स लिया और लोगों को गिरा दिया, और फिर "वह अचानक तेजी से आगे बढ़ी" सीधे लोगों की भीड़ की ओर. उन्होंने कहा, ''जो जश्न और खुशी का माहौल था वह अचानक भय, आतंक और अविश्वास में बदल गया.''
प्रधान मंत्री कीर स्टार्मर ने एक्स पर कहा कि दृश्य भयावह थे और उन्हें घटनाओं के बारे में अपडेट दिया जा रहा है. स्टार्मर ने सोशल मीडिया पर कहा, "लिवरपूल में दृश्य भयावह हैं - मेरी संवेदनाएं उन सभी घायल या प्रभावित लोगों के साथ हैं. मैं इस चौंकाने वाली घटना पर तेज और लगातार प्रतिक्रिया के लिए पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को धन्यवाद देना चाहता हूं."
इनपुट- द गार्डियन, बीबीसी
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