- लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े धार्मिक नेटवर्क ने पाकिस्तान में महिलाओं के लिए ऑनलाइन कोर्स शुरू किया है.
- क्लास का संचालन हाफिज सईद के मार्गदर्शन में बताया जा रहा है और उसकी बहनें महिलाओं को जिहाद का पाठ पढ़ाएंगी.
- पाकिस्तान के कई शहरों में महिला ब्रिगेड के लिए जेहादी पढ़ाई के ये कोचिंग सेंटर खोले गए हैं.
भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े धार्मिक नेटवर्क ने पाकिस्तान में महिलाओं के लिए ऑनलाइन कोर्स शुरू किया है. सूत्रों के मुताबिक, 'अल्फियातुल जिहाद फी सबीलिल्लाह' नाम से शुरू किए गए ऑनलाइन कोर्स के जरिए महिला ब्रिगेड का ब्रेनवॉश किया जा रहा है. साथ ही क्लास का संचालन हजरत मौलाना मोहम्मद यानी हाफिज सईद के मार्गदर्शन में बताया जा रहा है और उसकी बहनें महिलाओं को जिहाद का पाठ पढ़ाएंगी. हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है और भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, धार्मिक नेटवर्क की आड़ में जिहादी पढ़ाई का कोचिंग सेंटर सामने आया है. पाकिस्तान के कई शहरों में जिहादी पढ़ाई के ये कोचिंग सेंटर खोले गए हैं. इसके बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं.
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में कार्यक्रम की शुरुआत 25 अक्टूबर 2025 से बताई गई है. आयोजक पोस्टर के जरिए दावा कर रहे हैं कि कोर्स में 'अल्लाह के रास्ते में जिहाद' से जुड़ी 1000 हदीसों की व्याख्या कराई जाएगी.
ऑनलाइन कोर्स के ये हैं नियम
- कार्यक्रम जूम पर भी चलेगा. कोर्स का वक्त और नियम गोपनीय बनाए रखने पर जोर दिया गया है.
- जिहाद की ऑनलाइन क्लास हफ्ते में 5 दिन रात 8 बजे से शुरू होकर सुबह 7 बजे तक चलेगी.
- जिहाद की इन क्लासों का लिंक और पासवर्ड शेयर करने या रिकॉर्ड करने पर पाबंदी होगी.
- इस कोर्स की रिकॉर्डिंग केवल अधिकृत एडमिन के पास ही रहेगी.
- प्रतिभागियों को समय का सख्ती से पालन करना होगा और देर से आने पर क्लास में दाखिला नहीं दिया जाएगा.
- हर छात्रा से पिछला सबक याद कराकर जमा कराने को कहा गया है. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो अगली क्लास की अनुमति नहीं दी जाएगी.
हाफिज की बहनें पढ़ाएंगी जिहाद का पाठ
सूत्रों के मुताबिक, इस क्लास का संचालन हजरत मौलाना मोहम्मद यानी हाफिज सईद के मार्गदर्शन में बताया जा रहा है. अध्यापिकाएं उम्मे मसूद और अमीर यानी हाफिज सईद और उसके करीबियों की बहन (हुमशीर-ए-अमीर) बताई जा रही हैं, जिन्हें संगठन की महिला विंग से जोड़ा गया है.
यह कार्यक्रम विमेन मुस्लिम लीग और जमात-उल-मोमिनात का विस्तार माना जा रहा है.
महिला कैडर तैयार करने की रणनीति
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, यह पहल महिला कैडर तैयार करने की रणनीति का हिस्सा है.
यह सेंटर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुरीदके में लश्कर के हेडक्वार्टर के नेस्तनाबूद होने के बाद अलग-अलग शहरों में ISI और पाक आर्मी की सरपरस्ती में खोले जा रहे हैं.
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