कोरोना महामारी ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में उन्होंने केसीएनए समाचार एजेंसी के हवाले से कहा कि देश कोरोना की वजह से देश स्थापना के बाद सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है. केसीएनए के अनुसार, किम ने कहा कि देश को कोरोनोवायरस विरोधी उपायों को लागू करने पर ध्यान देना चाहिए और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए उन्हें बढ़ावा देना चाहिए.
समाचार एजेंसी के अनुसार, देश में 17,400 नए कोविड -19 मामले दर्ज किए गए. जिसके बाद कुल संक्रमणों की कुल संख्या 520,000 हो गई है. स्पुतनिक न्यूज एजेंसी के अनुसार, कोरोनोवायरस मामलों के कारण 21 की मौत भी हुई. उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को कोरोनोवायरस से होने वाली पहली मौत की भी पुष्टि की. जबकि देश में कल कम से कम छह लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी. गुरुवार को, देश ने COVID-19 ओमीक्रॉन वेरिएंट के अपने पहले मामले की रिपोर्ट करने के बाद "राष्ट्रीय आपातकाल" की घोषणा की.
योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया कि इसी के साथ उत्तर कोरिया का कोरोनावायरस मुक्त दावा समाप्त हो गया है. उत्तर कोरियाई नेता ने सभी मोर्चों, वायु और समुद्र पर सीमाओं पर कड़ी सतर्कता का आदेश दिया, इसके अलावा, उत्तर कोरियाई अधिकारियों ने कहा कि बुखार से पीड़ित रोगियों से एकत्र किए गए नमूनों से संकेत मिलता है कि वे ओमीक्रॉन वेरिएंट के समान थे.
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कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के अनुसार, देश के नेता किम जोंग उन सहित शीर्ष अधिकारियों ने प्रकोप पर चर्चा करने के लिए एक पोलित ब्यूरो की बैठक की. किम ने सभी अधिकारियों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर संभावना को अवरुद्ध करने का निर्देश दिया. उत्तर कोरिया ने जोर देकर कहा कि उनका उद्देश्य वायरस के प्रसार को प्रबंधित करना और रोकना है.
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