वाशिंगटन:
अमेरिकी खगोल वैज्ञानिकों के एक दल ने केपलर दूरबीन की सहायता से सोमवार को 100 से अधिक ग्रहों की खोज की घोषणा की। इसे अंतरिक्ष से अलग अवलोकन प्रणाली में तब्दील हुई अंतरिक्ष वेधशाला के बाद से अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि करार दिया गया है।
इस शोध दल ने कुल 197 ग्रहों को केपलर के तथाकथित के2 मिशन के प्रथम वर्ष के डेटा का उपयोग कर खोजा है और हमारे सौर मंडल के बाहर के तारों की परिक्रमा कर रहे 104 नए ग्रहों के अस्तित्व को सत्यापित किया है।
शोध दल के मुताबिक ग्रहों के सबसे दिलचस्प समूहों में से एक में संभवत: पृथ्वी की तरह चार ग्रह शामिल हैं।
यह चारों ग्रह व्यास के हिसाब से पृथ्वी से 20 से 50 गुना अधिक विशाल हैं, जो एम ड्वार्फ तारा के2-72 की परिक्रमा कर रहे हैं। यह एक्वेरियस तारामंडल की दिशा में करीब 181 प्रकाश वर्ष दूर पाए गए हैं और यह सूर्य के प्रकाश और आकार के आधे से कम हैं।
यह शोध 'एस्ट्रोफिजिकल जर्नल सप्लीमेंट सीरीज' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
इस शोध दल ने कुल 197 ग्रहों को केपलर के तथाकथित के2 मिशन के प्रथम वर्ष के डेटा का उपयोग कर खोजा है और हमारे सौर मंडल के बाहर के तारों की परिक्रमा कर रहे 104 नए ग्रहों के अस्तित्व को सत्यापित किया है।
शोध दल के मुताबिक ग्रहों के सबसे दिलचस्प समूहों में से एक में संभवत: पृथ्वी की तरह चार ग्रह शामिल हैं।
यह चारों ग्रह व्यास के हिसाब से पृथ्वी से 20 से 50 गुना अधिक विशाल हैं, जो एम ड्वार्फ तारा के2-72 की परिक्रमा कर रहे हैं। यह एक्वेरियस तारामंडल की दिशा में करीब 181 प्रकाश वर्ष दूर पाए गए हैं और यह सूर्य के प्रकाश और आकार के आधे से कम हैं।
यह शोध 'एस्ट्रोफिजिकल जर्नल सप्लीमेंट सीरीज' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।