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This Article is From Apr 04, 2011

नजरबायेव फिर चुने गए कजाकिस्तान के राष्ट्रपति

अस्ताना: कजाकिस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव राष्ट्रपति पद के चुनाव में एक बार फिर से निर्वाचित घोषित किए गए हैं। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अनुसार उन्हें अब तक 95.5 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं। इस बीच विपक्ष ने मतदान में धांधली के आरोप लगाए हैं, जबकि चुनावी पर्यवेक्षकों ने मतदान के दिन किसी बड़ी गड़बड़ी से इनकार किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार इस जीत के साथ नजरबायेव को मध्य एशिया के सबसे बड़े देश पर फिर से पांच साल तक शासन करने का अधिकार प्राप्त हो गया है। निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष कुआंदिक तुर्गानकुलोव ने संवाददाताओं से कहा कि आंशिक आधिकारिक परिणामों से यह पता चला है कि अन्य तीनों प्रत्याशी दो प्रतिशत से अधिक वोट नहीं हासिल कर पाए। कम्युनिस्ट पीपुल्स पार्टी ऑफ कजाकिस्तान के प्रमुख जाम्बिल अखमेतबेकोव को 1.4 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं और पार्टी ऑफ पैट्रियॉट्स के सरकार समर्थक सीनेटर गनी कासीमोव को 1.9 प्रतिशत वोट मिल हैं। स्वतंत्र उम्मीदवार एवं पर्यावरणवादी मेल्स येलुसिजोव को 1.2 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं। तुरगनकुलोव ने कहा, "ये आकड़े प्रारम्भिक हैं, अंतिम नहीं। क्षेत्रीय आयोगों से हमें अभी पहली रपटें ही प्राप्त हुई हैं। बाकी रपटें दो दिनों के अंदर आ जाएंगी। जैसे ही और रपटें उपलब्ध होंगी हम आंकड़ों को ताजा कर देंगे।" तुरगनकुलोव ने कहा, "तीन अप्रैल को हुए मतदान के अंतिम परिणाम के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग मतदान के सात दिनों के भीतर या नौ अप्रैल, 2011 से पहले तक आकड़ों की अंतिम रूप से गिनती करेगा।" लेकिन तुर्गानकोव ने यह नहीं बताया कि कितने प्रतिशत वोटों की गिनती हो चुकी है। आधिकारिक परिणाम जारी होने के कुछ समय बाद नजरबायेव ने प्रारम्भिक आंकड़े व चुनाव बाद सर्वेक्षणों के आकड़ों का जिक्र करते हुए अपनी चुनावी जीत का दावा किया। नजरबायेव ने अपनी नूर ओतान पार्टी के मुख्यालय में सोमवार को कहा, "केंद्रीय निर्वाचन आयोग के प्रारम्भिक आकड़े और चुनाव बाद सर्वेक्षण के आंकड़ों ने साफ कर दिया है कि कजाकिस्तान की जनता, हमारे नागरिकों ने 20 वर्षो के हमारे काम पर अपनी मुहर लगा दी है।" नजरबायेव ने रविवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बताया, जबकि विपक्ष ने इसमें धांधली के आरोप लगाए हैं। नजरबायेव ने अपनी नूर ओतान पार्टी के मुख्यालय में कहा, "चुनाव बाद सर्वेक्षणों में कहा गया है कि कजाकिस्तान की जनता ने इन 20 वर्ष के दौरान मेरे द्वारा किए गए कार्यो पर अपनी मुहर लगाई है। देश पर शासन करने वाले किसी व्यक्ति को इसके अलावा और क्या समर्थन चाहिए?" दो चुनाव बाद सर्वेक्षणों के परिणामों के मुताबिक नजरबायेव को रविवार को राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए हुए मतदान में लगभग 95 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं। चुनावी पर्यवेक्षकों ने मतदान के दिन किसी बड़ी गड़बड़ी से इनकार किया है, यद्यपि यह कहा गया है कि नजरबायेव का प्रचार अभियान उनके प्रतिद्वंद्वियों से बहुत अधिक प्रभावी था। तीन विपक्षी पार्टियों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। इन पार्टियों का कहना था कि दो महीने की सूचना पर चुनाव के आयोजन से उन्हें वर्तमान राष्ट्रपति के खिलाफ गम्भीर चुनौती खड़ी करने के लिए समय नहीं मिला। नरजबायेव 1991 में सोवियत संघ के पतन के पहले से ही कजाकिस्तान में सत्ता पर काबिज हैं। बहिष्कार के आह्वान कि बावजूद केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने लगभग 90 प्रतिशत मतदान होने की खबर दी है। संसद ने 2012 व 2017 के राष्ट्रपति चुनावों को दरकिनार करते हुए नजरबायेव का कार्यकाल 2020 तक बढ़ाए जाने के मकसद से एक जनमत संग्रह कराने के लिए अपनी मंजूरी दी थी। लेकिन नजरबायेव (70) ने संसद की इस मंजूरी को खारिज करते हुए समय पूर्व चुनाव कराने की घोषणा की।

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