काबुल:
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर सुनियोजित तरीके से किया गया तालिबान के 20 घंटे तक चले हमले में पुलिस, आम नागरिक और हमलावर समेत 27 लोगों की मौत हो गई। अमेरिकी मरीन कोर जनरल जॉन एलेन ने बताया कि 11 अफगान नागरिक मारे गए। मारे गए लोगों में से आधे बच्चे हैं। पांच अफगान पुलिस अधिकारी भी मारे गए। अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने बताया कि 11 छापेमार भी मारे गए। यहां अमेरिकी दूतावास और नाटो मुख्यालय को लक्ष्य बनाकर हमला करने वाले आतंकवादियों से अफगान और वहां तालिबान से लड़ रहे विदेशी सैनिकों ने मोर्चा लिया। इस हमले ने अफगान सरकार की देश को सुरक्षित रखने की क्षमता पर ताजा सवाल खड़े कर दिये हैं। भारी सुरक्षा व्यवस्था वाले अमेरिकी दूतावास से बस कुछ सौ मीटर एक निर्माणधीन इमारत में रात भर छुपे रहे दो आतंकवादियों को सैनिकों द्वारा मार गिराने के साथ यह संघर्ष खत्म हो गया। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सिददीक सिददीकी ने कहा, अंतिम बचे हमलावर भी मारे गए और संघर्ष खत्म हो गया। इमारत में छह आतंकवादी थे और सभी मारे जा चुके हैं। राजधानी में अब तक के सबसे लंबे हमले में दो दिन तक शहर को बंधक बनाने वाले इस हमले से लगता है कि आतंकवादियों के हौसले बढ़े हुए हैं। ताजा हमले से साफ संकेत मिलते हैं कि काबुल में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नहीं है क्योंकि यहां पिछले महीने ब्रिटिश काउंसिल की सांस्कृतिक संस्था पर आत्मघाती हमला हुआ था। नाटो के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल (आईएसएएफ) के हेलीकाप्टर अफगान बलों की मदद के लिए भेजे जाने के बाद यह संघर्ष खत्म हुआ।