अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को दो विस्फोट हुए. इस धमाके में दो लोगों के मारे जाने की सूचना है. वहीं, कुछ लोगों के गुरुद्वारे के अंदर फंसे होने की संभावना है. सिन्हुआ न्यूज ने चश्मदीदों के हवाले से बताया कि काबुल में शनिवार को पुलिस जिले में सिख-हिंदू मंदिर के पास एक व्यस्त सड़क पर विस्फोट हुआ. इस संबंध टोलो न्यूज ने ट्वीट किया, " काबुल शहर के करते परवान इलाके में विस्फोटों की आवाज सुनी गई. इस घटना की प्रकृति और हताहतों के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं है. मामले की जांच के लिए सुरक्षा बल इलाके में पहुंच गए हैं."
इधर, पूरी घटना पर भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी. मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. प्रवक्ता ने कहा, " हम काबुल से उक्त शहर में एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बहुत चिंतित हैं. हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और आगे की घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं."
काबुल में गुरुद्वारे पर हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय का बयान pic.twitter.com/hnMEZvCbpO
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) June 18, 2022
वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी विस्फोट की घटना की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, " गुरुद्वारा करते परवन पर हुए कायरतापूर्ण हमले की सभी को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए. हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं. हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय का कल्याण है."
The cowardly attack on Gurudwara Karte Parwan should be condemned in the strongest terms by all.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 18, 2022
We have been closely monitoring developments since the news of the attack was received. Our first and foremost concern is for the welfare of the community. https://t.co/ocfuY0RBhN
बता दें कि इससे पहले 11 जून को काबुल में हुए विस्फोट में कई लोग घायल हो गए थे. टोलो न्यूज ने एक ट्वीट में कहा था कि विस्फोट काबुल के 10वें जिले के बटखक स्क्वायर में हुआ था. काबुल सुरक्षा विभाग ने बताया कि इससे पहले सोमवार को काबुल के पुलिस जिला-4 में एक साइकिल पर रखे विस्फोटक से विस्फोट हुआ था.
गौरतलब है कि इससे पहले, 25 मई को बल्ख प्रांत की राजधानी में तीन विस्फोट हुए थे, जिसमें कम से कम 9 लोग मारे गए थे और 15 अन्य घायल हो गए थे. इस बीच, उसी दिन काबुल शहर की मस्जिद शरीफ हजरत जकारिया मस्जिद में हुए विस्फोट में कम से कम दो नमाजियों की मौत हो गई थी.
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