मनी शर्मा भारत के पत्रकार हैं.
नई दिल्ली:
आंतरिक संकट से जूझ रहे मालदीव में गिरफ़्तार दो पत्रकारों को आज वापस भेजा जाएगा. इन दोनों को कल गिरफ़्तार किया गया था. ये दोनों पत्रकार अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी में काम करते थे, इनमें से एक मनी शर्मा भारतीय हैं और अमृतसर के रहने वाले हैं जबकि दूसरे आतिश रवि पटेल लंदन के रहने वाले भारतीय मूल के दूसरे पत्रकार हैं. इन दोनों को मालदीव के राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत गिरफ़्तार किया गया है. मालदीव सरकार के मुताबिक ये दोनों टूरिस्ट वीज़ा पर काम कर रहे थे. जबकि मालदीव के एक्ट के तहत इनके पास बिज़नेस या वर्क वीज़ा होना चाहिए था.
भारत को मालदीव में चीन से बेहतर सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए : मालदीव
गौरतलब है कि मालदीव के राजनीति तूफान ने भारत के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. मौजूदा राष्ट्रपति अबदुल्ला यमीन ने न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के राजनीतिक बंदियों को रिहा करने के आदेश को मानने से इनकार कर दिया है, बल्कि चीफ जस्टिस को भी जेल में ठूंस दिया है. वहां के विपक्ष और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से राजदूत और सैन्य सहायता भेजने की गुहार लगाई है.
वीडियो : भारत और मालदीव संबंधों पर हमेशा होती रही है चर्चा
दूसरी तरफ चीन ने कहा है कि भारत को मालदीव के अंदरूनी मामले में दखल नहीं देना चाहिए. मालदीव में चीन का 70 फीसदी निवेश है.
भारत को मालदीव में चीन से बेहतर सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए : मालदीव
गौरतलब है कि मालदीव के राजनीति तूफान ने भारत के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. मौजूदा राष्ट्रपति अबदुल्ला यमीन ने न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के राजनीतिक बंदियों को रिहा करने के आदेश को मानने से इनकार कर दिया है, बल्कि चीफ जस्टिस को भी जेल में ठूंस दिया है. वहां के विपक्ष और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से राजदूत और सैन्य सहायता भेजने की गुहार लगाई है.
वीडियो : भारत और मालदीव संबंधों पर हमेशा होती रही है चर्चा
दूसरी तरफ चीन ने कहा है कि भारत को मालदीव के अंदरूनी मामले में दखल नहीं देना चाहिए. मालदीव में चीन का 70 फीसदी निवेश है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं