ओमान की लेखिका जोखा अल्हार्थी को उनकी पुस्तक ‘सेलेस्टियल बॉडिज़' (Celestial Bodies) के लिए प्रतिष्ठित मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार पाने वाली वह प्रथम अरबी लेखिका हैं.
यह पुस्तक लेखिका के देश में औपनिवेशिक काल के बाद के परिवर्तन को प्रदर्शित करती है. पुस्तक की कहानी के केंद्र में तीन बहनें - माया, अस्मा और ख्वाला हैं. पुस्तक में ये तीनों बहनें दासता वाले समाज से ओमान के उबरने के दौर की गवाह बनती हैं.
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अल्हार्थी (40) ने राउंडहाउस में एक समारोह के बाद कहा, ‘‘ मैं इस बात को लेकर बहुत खुश हूं कि समृद्ध अरबी संस्कृति के लिए एक राह खुली है.''
वह पुरस्कार में मिली 50,000 पाउंड (64,000 डॉलर) की राशि इस पुस्तक का अनुवाद करने वाली अमेरिकी विद्वान मेरीलिन बूथ के साथ साझा करेंगी, जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अरबी साहित्य पढ़ाती है.
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जूरी की प्रमुख बेटनी हग्स ने कहा कि जिस उपन्यास ने यह पुरस्कार जीता है, उसने दिल और दिमाग दोनों जीत लिया है.
गौरतलब है कि ‘सेलेस्टियल बॉडीज' ने पांच अन्य शार्ट लिस्ट पुस्तकों को पछाड़ कर यह पुरस्कार अपने नाम किया.
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इनपुट - भाषा
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