हमास के आग के गोलों से भरे गुब्बारे के जवाब में इजरायली लड़ाकू विमानों ने बरसाए बम

इजरायली सेना ने कहा, लड़ाकू विमानों ने हमास के सैन्य ठिकानों पर धावा बोला, जहां हथियार बनाए जा रहे थे और आतंकी प्रशिक्षण दिया जा रहा था. जाबलिया के निकट एक खुफिया सुरंग पर भी बम बरसाए गए.

हमास के आग के गोलों से भरे गुब्बारे के जवाब में इजरायली लड़ाकू विमानों ने बरसाए बम

Palestinians ने इजरायल और गाजा पट्टी की सीमा पर टायर जलाए

येरूशलम:

इजरायल की वायुसेना ने गाजा में रविवार को हमास के ठिकानों पर हवाई हमला बोला. हमास की ओर से इजरायल में आग के गोलों से भरे गुब्बारे छोड़े जाने के बाद ये घटना सामने आई. गाजा के तमाम स्थानीय लोगों की इजरायली सैनिकों के साथ हिंसक झड़प भी हुई. इजरायली सेना ने कहा, लड़ाकू विमानों ने हमास के सैन्य ठिकानों पर धावा बोला, जहां हथियार बनाए जा रहे थे और आतंकी प्रशिक्षण दिया जा रहा था. जाबलिया के निकट एक खुफिया सुरंग पर भी बम बरसाए गए. यह कार्रवाई हमास की ओर से ज्वलनशील पदार्थों से भरे गुब्बारे छोड़े जाने की घटना के बाद की गई है.

11 दिनों के खूनी संघर्ष के बाद इजरायल-फिलीस्तीन के बीच सीज़फायर, हमास ने किया जीत का दावा

इजरायली सेना ने कहा कि ये दोनों घटनाएं दिखाती हैं कि हमास किस तरह लगातार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता आया है और आम नागरिकों को निशाना बना रहा है. हालांकि इजरायली बमबारी में गाजा पट्टी में किसी के मारे जाने को लेकर कोई खबर अभी तक नहीं है. वहीं वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिलने के बाद इजरायली पीएम नफ्ताली बेनेट ने कहा कि गाजा के इस्लामिक कट्टरपंथियों की शांति भंग करने की किसी भी कोशिश का माकूल जवाब दिया जाएगा. 

इससे पहले हमास के सैकड़ों समर्थकों ने इजराइल के साथ लगती सीमा पर प्रदर्शन किए. हमास समर्थकों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन का मकसद गाजा पट्टी पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों में ढील देने के लिए इजराइल पर दबाव बढ़ाना है. हमास के 2007 में गाजा पट्टी पर नियंत्रण के बाद से इजराइल और मिस्र ने उस पर पाबंदी लगा रखी है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

हमास ने फलस्तीन में चुनाव जीतने के एक साल बाद गाजा पर कब्जा जमा लिया था. इन पाबंदियों के तहत गाजा में और उसके बाहर सामान तथा लोगों की आवाजाही पर रोक है. इससे इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. मई में 11 दिन तक चली लड़ाई के बाद इजराइल ने पाबंदियां और सख्त कर दी हैं.