
ईरान और इजरायल में संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है. दोनों देश एक दूसरे पर एक के बाद एक हमले करने में लगे हुए हैं. इस बीच, मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने ईरान के परमाणु ठिकाने की कुछ सैटेलाइट तस्वीरें जारी की है. जिनमें साफ दिख रहा है कि इजरायल के हमले में ईरान का परमाणु ठिकाना बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है. हमले से पहले और बाद की तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि ईरान के प्रमुख परमाणु संयंत्र को हमले से नुकसान पहुंचा है.

संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने ईरानी अधिकारियों से प्राप्त जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि इजरायल ने ईरान के नातान्ज़ और फोर्डो स्थित भूमिगत यूरेनियम स्थलों तथा इस्फ़हान स्थित यूरेनियम रूपांतरण सुविधा पर हमले किए. सुरक्षा परिषद ने आईएईए के शीर्ष अधिकारी को चेतावनी दी है कि न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हमलों के 'गंभीर परिणाम' हो सकते हैं. 'आईएईए' के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कहा, "न्यूक्लियर फैसिलिटी की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली कोई भी सैन्य कार्रवाई ईरान, क्षेत्र और उससे बाहर के लोगों के लिए गंभीर परिणाम पैदा कर सकती है."
बता दें कि इजराइल ने शुक्रवार तड़के ईरान पर हमला किया था और उसके परमाणु, मिसाइल और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया था. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने शुक्रवार को कहा था कि इजराइल द्वारा किए गए हमलों की पहली लहर में 78 लोग मारे गए और 320 घायल हो गए.
इजरायल द्वारा तेहरान और अन्य ईरानी शहरों पर किए गए हवाई हमलों में ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के कमांडर हुसैन सलामी और खात्म अल-अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर्स के प्रमुख गुलाम अली राशिद मारे गए थे.
परमाणु समझौता करने में मिल सकती है मदद : ट्रंप
वहीं इजरायल के हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान आया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायली हमले से उनके प्रशासन को ईरान के साथ परमाणु समझौता करने में मदद मिल सकती है. मीडिया आउटलेट 'एक्सियोस' ने जब ट्रंप से पूछा कि क्या इजरायल की बमबारी ने समझौते को खतरे में डाला? इस पर ट्रंप ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता। शायद इसके विपरीत. शायद अब वह गंभीरता से बातचीत करेंगे. मैं उन्हें 60 दिनों में डील करने के लिए राजी नहीं कर सका. वह डील के करीब थे, उन्हें यह करना चाहिए था. शायद अब यह हो जाएगा."
ट्रंप ने हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की थी. रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन पर हुई इस बातचीत का विवरण देने से इनकार कर दिया है. वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते थे कि नेतन्याहू ने संयुक्त राज्य अमेरिका से सीधे ऑपरेशन में शामिल होने के लिए कहा था या नहीं.
शुक्रवार को ट्रंप ने कई मीडिया आउटलेट्स को इंटरव्यू दिए. इस दौरान ट्रंप ने बार-बार ईरान से इजरायल के आगे के हमलों से बचने के लिए परमाणु समझौता करने का आग्रह किया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 'यह और भी नृशंस' होगा.
राष्ट्रपति ट्रंप ने 'एनबीसी न्यूज' से कहा, "उन्होंने डील करने का मौका गंवा दिया. अब उनके पास एक और अवसर हो सकता है। हम देखेंगे." ट्रंप ने 'रॉयटर्स' से कहा, "वह अभी भी एक डील कर सकते हैं। अभी बहुत देर नहीं हुई है." ट्रंप ने शुक्रवार सुबह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ' पोस्ट में लिखा, "ईरान को एक डील करनी चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी न बचे."
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