विज्ञापन
This Article is From Nov 22, 2023

"पहले से ही पता है, इजरायल ने बनाए गाजा अस्पताल के नीचे बंकर": इजरायल के पूर्व PM

इस बात की अभी तक कोई स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है कि अस्पताल के नीचे का क्षेत्र हमास कमांड चौकी (Israel Palestine War) था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया का कहना है, इज़रायल सैन्य अभियानों को रोकने के लिए बढ़ते दबाव का मुकाबला करने के लिए इसे 'तथ्य' के रूप में स्थापित करना चाहेगा.

इजरायल ने खोजी हमास की सुरंग

नई दिल्ली:

इजरायल और गाजा के बीच जारी युद्ध (Israel Gaza War) के बीच इजरायली सेना ने पिछले दिनों दावा किया था कि अलशिफा अस्पताल के नीचे उन्होंने एक सुंरग खोज ली है, जिसका इस्तेमाल हमास आतंकी कमांडेंट सेंटर के रूप में कर रहे हैं. इस पर अब इजरायल के पूर्व पीएम एहुद बराक की प्रतिक्रिया सामने आई है.  जिस 55 मीटर लंबी "आतंकवादी सुरंग मिलने का दावा इजरायली सेना ने किया था, उस पर पूर्व पीएम एहुद बराक ने सोमवार को कहा कि खबरों में रहे कुछ बंकर उनके देश ने ही गाजा के युद्धग्रस्त अलशिफा अस्पताल के नीचे बनाए थे. 

ये भी पढ़ें-"उत्तराखंड की सुरंग से 41 मजदूरों को बाहर निकालने में लग सकते हैं 2-15 दिन": अधिकारी

इजरायल ने ही गाजा में बनाए थे बंकर-पूर्व पीएम

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि गाजा पर कब्जे के दौरान इजरायल ने ही कई दशकों पहले भूमिगत बंकर बनाए थे. सीएनएन के पत्रकार क्रिस्टियन अमनपौर से बातचीत के दौरान एहुद बराक ने कहा, "यह पहले से पता है कि हमास के पास कई सालों से अलशिफा अस्पताल के नीचे मूल रूप से इजरायली निर्माणकर्ताओं द्वारा बनाए गए बंकर हैं." उन्होंने कहा कि इसका उपयोग हमास कमांड चौकी के रूप में किया गया था. यह कई सुरंगों के जंक्शन पर था. मुझे नहीं पता कि यह किस हद तक 'बड़ा' है... शायद केवल कमांड चौकी ही नहीं...लेकिन निश्चित रूप से इसका इस्तेमाल हमास द्वारा किया गया था.''

अमनपौर ने जब उनसे पूछा कि क्या उन्होंने गलत बोला था. इस पर एहुद बराक ने स्पष्ट किया, "नहीं... आप जानते हैं, चार दशक पहले हम इस जगह को चला रहे थे... इसलिए हमने अस्पताल के परिसर के सीमित आकार के भीतर ऑपरेशन के लिए जगह को अधिक सक्षम करने के लिए इन बंकरों को बनाने में उनकी मदद की."

इजरायल ने अलशिफा में बनवाया था बड़ा बेसमेंट-रिपोर्ट

इजरायली न्यूज आउटलेट हारेत्ज़ ने, 2009 में कहा कि 1980 के दशक में तेल अवीव ने अलशिफ़ा अस्पताल का विस्तार किया था, जिसे 1960 के दशक के अंत में बनाया गया था, उस समय गाजा मिस्र शासन के अधीन था. उस समय परिसर में एक "बड़ा सीमेंट बेसमेंट" बनाया गया था, इसे अस्पताल के कपड़े धोने और विभिन्न प्रशासनिक सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता था. एहुद बराक ने सुझाव दिया कि हमास ने तब से विस्तार कर इसे अन्य सुरंगों और बंकरों से जोड़ा है. 

इजरायल के पूर्व पीएम ने कहा कि हमने यहां पहुंचने की चेतावनी कई दिनों से दी थी, ताकि डॉक्टरों, मरीजों को जानमाल की हानि से बचा जा सके. हमास के पास दुनिया को यह नहीं बताने का पूरा समय था कि यह बंकर उपयोग में था. लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि हमास द्वारा इस बंकर का उपयोग कई सालों से जरूरी या गैर जरूरी  गतिविधियों के लिए कमांड चौकी के रूप में किया जाता था.इज़रायल ने बार-बार हमास पर गाजा शहर के सबसे बड़े अस्पताल के नीचे एक सुरंग नेटवर्क में एक कमांड सेंटर बनाने का आरोप लगाया है. इस खुफिया दावे का समर्थन अमेरिका ने भी किया है, लेकिन हमास इससे इनकार करता रहा है.  

अस्पताल के नीचे कमांड सेंटर चला रहा हमास, इजरायल का दावा

हमास ने स्वीकार किया है कि उसके पास फिलिस्तीनी क्षेत्र में गुप्त सुरंगों, बंकरों और एक्सेस शाफ्ट का एक विशाल नेटवर्क है, लेकिन उसने अस्पतालों जैसे नागरिक बुनियादी ढांचे में इनके होने से इनकार किया है. इजरायल ने पिछले हफ्ते, सुरंग के प्रवेश द्वार के फुटेज जारी किए, जिसमें उन्होंने इसे हमास के आतंकवादी का घर होने का दावा किया था. साथ ही अस्पताल के नीचे सुरंग होने का भी दावा किया था. इज़रायली सेना ने उन हथियारों की तस्वीरें भी जारी कीं जिनके बारे में उसने कहा था कि उन्हें सुरंग और बंकरों के अंदर मिले थे; रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने इन्हें "झूठ और सस्ता प्रचार" कहकर खारिज कर दिया था. 

इस बात की अभी तक कोई स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है कि अस्पताल के नीचे का क्षेत्र हमास कमांड चौकी था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया का कहना है, इज़रायल सैन्य अभियानों को रोकने के लिए बढ़ते दबाव का मुकाबला करने के लिए इसे 'तथ्य' के रूप में स्थापित करना चाहेगा. वह अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों की गाजा पट्टी में जान ले चुका है. इस बीच, बुधवार को गाजा को कुछ हद तक अच्छी खबर मिली.
ये भी पढ़ें-गाजा में 4 दिन तक युद्धविराम, इजरायल-हमास के बीच हुआ 50 बंधकों की रिहाई पर समझौता : रिपोर्ट

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com