
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि गाजा में बंदूकें खामोश हैं और शांति स्थापित हो गई है.
- इजरायल सेना ने बताया कि गाजा में गोलीबारी हुई जिसमें छह फिलिस्तीनी मारे गए और सीजफायर उल्लंघन हुआ.
- इजरायल ने कहा कि संदिग्धों ने येलो लाइन पार कर हमास के हथियार डिपो तक पहुंचने का प्रयास किया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ही कहा था कि गाजा में अब बंदूकें खामोश हैं और शांति है. उनकी कही हुई बात को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि इजरायल की सेना का बड़ा बयान आ गया. इस बयान पर अगर यकीन करें तो गाजा पट्टी में फिर से गोलीबारी हुई है. इस गोलीबारी में छह फिलिस्तिनीयों की मौत हुई है. इजरायल की मानें तो हमास ने पहले ही दिन सीजफायर समझौते का उल्लंघन किया है.
इजरायल ने कहा, समझौते को तोड़ा
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) की तरफ से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है. इस बयान के मुताबिक मंगलवार 14 अक्टूबर को उसने दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में येलो लाइन पार करने वाले कई फिलिस्तीनी संदिग्धों पर गोलीबारी की. इजरायल की सेना सीजफायर समझौते के तहत इस लाइन पर आ गई थी. उस क्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजरायली गोलीबारी में कम से कम छह फिलिस्तीनी मारे गए है. इजरायली सेना ने कहा कि संदिग्धों ने अमेरिका की मध्यस्थता वाली युद्धविराम योजना के तहत इजरायल की शुरुआती वापसी के लिए एक सीमा पार की थी और यह समझौते का उल्लंघन है.
⭕️ Earlier today, several suspects were spotted crossing the yellow line and approaching IDF troops in northern Gaza, a clear violation of the agreement.
— Israel Defense Forces (@IDF) October 14, 2025
After multiple attempts to distance them, the suspects refused to comply, prompting troops to open fire to remove the threat.…
इजरायल बोला समझौते का उल्लंघन
आईडीएफ की मानें तो संदिग्ध सैनिकों के पास इस तरह पहुंचे थे जिससे उन्हें खतरा पैदा हो गया. उन्होंने हमास के एक हथियार डिपो तक पहुंचने का भी प्रयास किया जिसे सेना ने पहले ही नष्ट कर दिया था. सेना के मुताबिक सैनिकों ने समझौते के अनुसार, खतरे को दूर करने के लिए गोलीबारी की. और साथ ही यह भी कहा कि वह गाजा के लोगों से उन क्षेत्रों से दूर रहने की अपील करती है जहां युद्धविराम समझौते के तहत अभी भी सैनिक तैनात हैं.
राफा बॉर्डर नहीं खुलेगा
वहीं दूसरी ओर इजरायल ने युद्धविराम समझौते की मांग के अनुसार, गाजा पट्टी और इजिप्ट के बीच राफा बॉर्डर को फिर से नहीं खोलने का फैसला किया है. उसने कहा है कि जब तक बंधक बनाए गए सभी मृत इजरायली नागरिकों के शव वापस नहीं आ जाते, तब तक वह अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा. हमास पर इजरायल ने कुछ प्रतिबंध लगा दिए हैं जिसके तहत गाजा तक जाने वाली सहायता राशि में इजरायल कटौती करेगा.
सोमवार को आतंकी समूह ने 20 जीवित बंधकों को रिहा कर दिया और चार मृत बंधकों के शवों को लौटा दिया था. जबकि 24 शव अभी भी गाजा में ही हैं. सोमवार को हमास ने गाजा से अंतिम जीवित इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया. वहीं इजरायल ने भी युद्ध विराम समझौते के तहत बसों में भरकर फिलिस्तीनी बंदियों को घर भेज दिया.
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