कोलंबो:
श्रीलंका ने तमिल अलगाववादियों के साथ संघर्ष के लिए बुधवार को भारत को जिम्मेदार ठहराया, जो 30 वर्षों तक चलता रहा।
श्रीलंका के सूचना विभाग ने रक्षामंत्री गोटाभाया राजपक्षे के हवाले से कहा है कि भारत, श्रीलंका में आतंकवाद के हालात पैदा करने की जिम्मेदारी से बच नहीं सकता।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थाई प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने श्रीलंका में तमिल विद्रोहियों के खिलाफ की गई निर्णायक कार्रवाई के अंतिम 100 दिनों के दौरान हुए कथित युद्ध अपराधों की जांच कराने की मांग की है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजपक्षे ने कहा कि जो संघर्ष के आखिरी 100 दिनों में सैन्य अभियान के दौरान कथित अत्याचारों की जांच की मांग कर रहे हैं, उन्हें श्रीलंका में आतंकवाद की उत्पत्ति पर भी चुप नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पुरी को यह स्वीकार करना चाहिए कि श्रीलंका में भारत के हस्तक्षेप के कारण क्षेत्र में बड़ा संकट पैदा हुआ।
श्रीलंका के सूचना विभाग ने रक्षामंत्री गोटाभाया राजपक्षे के हवाले से कहा है कि भारत, श्रीलंका में आतंकवाद के हालात पैदा करने की जिम्मेदारी से बच नहीं सकता।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थाई प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने श्रीलंका में तमिल विद्रोहियों के खिलाफ की गई निर्णायक कार्रवाई के अंतिम 100 दिनों के दौरान हुए कथित युद्ध अपराधों की जांच कराने की मांग की है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजपक्षे ने कहा कि जो संघर्ष के आखिरी 100 दिनों में सैन्य अभियान के दौरान कथित अत्याचारों की जांच की मांग कर रहे हैं, उन्हें श्रीलंका में आतंकवाद की उत्पत्ति पर भी चुप नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पुरी को यह स्वीकार करना चाहिए कि श्रीलंका में भारत के हस्तक्षेप के कारण क्षेत्र में बड़ा संकट पैदा हुआ।
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