नई दिल्ली:
भारत ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान में अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने से भारत-पाक संवाद पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन साफ कर दिया कि सामरिक लक्ष्य हासिल करने के लिए आतंकवाद के उपयोग की नीति अस्वीकार्य है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि ओसामा के मारे जाने से भारत के इस रुख को बल मिला कि पाकिस्तान की आतंकवादी पनाहगाहों को खत्म किए बिना आतंकवाद के खिलाफ जंग खत्म नहीं हो सकती। सूत्रों ने कहा, यह तथ्य सनसनीखेज है कि ओसामा ऐबटाबाद में एक बड़ी हवेली में रहता पाया गया, इस्लामाबाद से महज 80 किलोमीटर दूर। सूत्रों ने कहा कि इस पहलू की जांच की जा रही है कि कैसे ओसामा वहां पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के समर्थन के बगैर रह सकता है। सूत्रों ने कहा कि ओसामा के मारे जाने से भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता के दायरे में कोई तब्दीली नहीं आएगी। पाकिस्तान के साथ वार्ता जारी रहेगी, हमें इन मुद्दों (आतंकवाद) पर उनसे वार्ता करनी है। पाकिस्तान के साथ चिंता और सरोकार के हमारे जो मुद्दे हैं, हमें उनपर ध्यान केन्द्रित करना है।