नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब दो भारतीय जवानों की नृशंस हत्या की जांच संयुक्त राष्ट्र से कराने की पाकिस्तान की सलाह गुरुवार को खारिज कर दी।
भारत ने अपने जवानों की हत्या और शव क्षत-विक्षत करने का आरोप पाकिस्तानी सेना पर लगाया है, जबकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया है।
केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदम्बरम ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "मामले की जांच संयुक्त राष्ट्र से कराने की मांग सिरे से खारिज की जाती है। हम इस मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण नहीं करेंगे और न ही संयुक्त राष्ट्र जाएंगे। यह एक बर्बर घटना थी, जिसमें एक जवान की हत्या कर दी गई और उसका शव क्षत-विक्षत कर दिया गया।"
चिदम्बरम ने कहा कि सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडल की समिति को एलओसी के नजदीक मंगलवार को जवानों की हत्या के बारे में जानकारी दी गई है। हमारी रिपोर्ट यह है कि भारतीय सेना ने वर्ष 2003 से लागू युद्धविराम का उल्लंघन नहीं किया है।
केंद्रीय मंत्री ने इससे भी इंकार किया कि सेना किसी तरह की कमी से जूझ रही है। उन्होंने कहा, "जो भी करने की आवश्यकता होगी, की जाएगी।"
भारत ने अपने जवानों की हत्या और शव क्षत-विक्षत करने का आरोप पाकिस्तानी सेना पर लगाया है, जबकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया है।
केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदम्बरम ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "मामले की जांच संयुक्त राष्ट्र से कराने की मांग सिरे से खारिज की जाती है। हम इस मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण नहीं करेंगे और न ही संयुक्त राष्ट्र जाएंगे। यह एक बर्बर घटना थी, जिसमें एक जवान की हत्या कर दी गई और उसका शव क्षत-विक्षत कर दिया गया।"
चिदम्बरम ने कहा कि सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडल की समिति को एलओसी के नजदीक मंगलवार को जवानों की हत्या के बारे में जानकारी दी गई है। हमारी रिपोर्ट यह है कि भारतीय सेना ने वर्ष 2003 से लागू युद्धविराम का उल्लंघन नहीं किया है।
केंद्रीय मंत्री ने इससे भी इंकार किया कि सेना किसी तरह की कमी से जूझ रही है। उन्होंने कहा, "जो भी करने की आवश्यकता होगी, की जाएगी।"
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