वाशिंगटन:
वर्ष 2008 के बाद पहली बार एच-1बी वीजा के आवेदकों की किस्मत का फैसला कंप्यूटरीकृत ड्रॉ के माध्यम से किया जाएगा। अमेरिका की एक संघीय एजेंसी ने एच-1बी वीजा के लिए अब और आवेदन स्वीकार नहीं करने की घोषणा करते हुए कहा कि उसे आईटी पेशवरों के अमेरिका में काम करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस द्वारा तय कोटे से अधिक आवेदन मिले हैं।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह 1 अक्टूबर, 2013 से शुरू हो रहे वित्तीय वर्ष 2014 के लिए अब आवेदन स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि कांग्रेस द्वारा तय किए गए कोटे से अधिक और पर्याप्त संख्या में आवेदन मिले हैं।
कांग्रेस ने इस कोटे की संख्या 65,000 तय की हुई है। कोटे की निर्धारित संख्या से मिली छूट के तहत भी यूएससीआईएस को 20,000 से अधिक आवेदन मिले हैं। यूएससीआईएस ने एक बयान में कहा, यूएससीआईएस 2014 वित्तवर्ष के लिए 5 अप्रैल, 2013 तक मिले आवेदनों के लिए कंप्यूटर के जरिए लॉटरी निकाली जाएगी।
इतनी बड़ी संख्या में आवेदन मिलने की वजह से यूएससीआईएस अब तक लॉटरी के नियत दिन की घोषणा नहीं कर पाया है। साथ ही एजेंसी ने प्राप्त किए गए कुल आवेदनों की संख्या भी नहीं बताई है। इस बीच, अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बिडेन ने एच-1बी वीजा का कोटा बढ़ाने का समर्थन किया है, ताकि दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएं अमेरिका आ सकें।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह 1 अक्टूबर, 2013 से शुरू हो रहे वित्तीय वर्ष 2014 के लिए अब आवेदन स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि कांग्रेस द्वारा तय किए गए कोटे से अधिक और पर्याप्त संख्या में आवेदन मिले हैं।
कांग्रेस ने इस कोटे की संख्या 65,000 तय की हुई है। कोटे की निर्धारित संख्या से मिली छूट के तहत भी यूएससीआईएस को 20,000 से अधिक आवेदन मिले हैं। यूएससीआईएस ने एक बयान में कहा, यूएससीआईएस 2014 वित्तवर्ष के लिए 5 अप्रैल, 2013 तक मिले आवेदनों के लिए कंप्यूटर के जरिए लॉटरी निकाली जाएगी।
इतनी बड़ी संख्या में आवेदन मिलने की वजह से यूएससीआईएस अब तक लॉटरी के नियत दिन की घोषणा नहीं कर पाया है। साथ ही एजेंसी ने प्राप्त किए गए कुल आवेदनों की संख्या भी नहीं बताई है। इस बीच, अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बिडेन ने एच-1बी वीजा का कोटा बढ़ाने का समर्थन किया है, ताकि दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएं अमेरिका आ सकें।